प्रधानमंत्री की राजनीतिक और नैतिक हार हुई, जनादेश उनके खिलाफ: खरगे

प्रधानमंत्री की राजनीतिक और नैतिक हार हुई, जनादेश उनके खिलाफ: खरगे

प्रधानमंत्री की राजनीतिक और नैतिक हार हुई, जनादेश उनके खिलाफ: खरगे
Modified Date: June 4, 2024 / 08:03 pm IST
Published Date: June 4, 2024 8:03 pm IST

नयी दिल्ली, चार जून (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को कहा कि इस लोकसभा चुनाव का जनादेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ है तथा यह उनकी राजनीतिक एवं नैतिक हार हुई है।

खरगे ने संवाददाताओं से यह भी कहा कि इस चुनाव में लोकतंत्र और जनता की जीत हुई है।

खरगे का कहना था, ‘‘अठारहवीं लोकसभा के चुनाव में हम विनम्रता से जनमत को स्वीकार करते हैं। ये जनता की जीत है। ये लोकतंत्र की जीत है। इस बार जनता ने किसी एक दल को पूर्ण बहुमत नहीं दिया। ख़ासकर, सत्ताधारी दल भाजपा ने एक व्यक्ति-एक चेहरे के नाम पर वोट मांगा था।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘अब यह स्पष्ट हो गया है कि यह मोदीजी के ख़िलाफ़ है। यह उनकी राजनैतिक और नैतिक हार है।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘आप जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी और हमारे ‘इंडिया’ गठबंधन ने बहुत प्रतिकूल माहौल में चुनाव लड़ा। सरकारी मशनरी ने कदम-कदम पर अवरोध डाला। बैंक खाते सीज करने से लेकर तमाम नेताओं के खिलाफ अभियान चला।’’

उन्होंने कहा, ‘‘फिर भी शुरू से आखिर तक कांग्रेस पार्टी का अभियान सकारात्मक था। हमने महंगाई, बेरोज़गारी, किसानों और मजदूरों की बदहाली, संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग जैसे विषयों को केंद्रीय मुद्दा बनाया। इन मुद्दों पर बड़ी संख्या में लोग हमसे जुड़े, हमारा समर्थन किया। प्रधानमंत्री जी ने जिस तरह का चुनाव प्रचार किया, वो इतिहास में लंबे समय तक याद रखा जाएगा।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के घोषणापत्र के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने जो झूठ फैलाया, जनता ने उसे समझ लिया।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं इस मौके पर कहना चाहूंगा कि राहुल गांधी जी की दोनों यात्राओं- ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’- के दौरान लाखों-करोड़ों लोगों को मिलना, लोगों की समस्याओं को सुनना और आगे चलकर उन समस्याओं का हल ढूंढना, हमारे चुनाव अभियान का आधार बना। हमने इसी को पांच न्याय और 25 गारंटी का नाम दिया।’’

खरगे ने दावा किया, ‘‘भाजपा नेतृत्व ने धीरे-धीरे सारे सांविधानिक संस्थाओं के ऊपर ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से क़ब्ज़ा करने की कोशिश की। फिर इनका उपयोग विरोधी दल के ख़िलाफ़ करने लगे। जो दब गया, उसे दबाकर अपने तरफ़ कर लिया। जो नहीं दबे उसकी पार्टी को तोड़ दिया, नहीं तो फिर जेल में डाल दिया।’’

उनके मुताबिक, ‘‘लोगों को ये विश्वास हो गया था कि मोदीजी को एक मौक़ा और मिला तो अगला हमला संविधान पर होगा। लोगों को इसके प्रमाण नए संसद सत्र के साथ ही दिखेगा। ख़ुशी इस बात की है कि भाजपा इस षड्यंत्र में अब सफल नहीं हो पाएगी।’’

खरगे ने ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों का आभार जताते हुए कहा, ‘‘सभी एक साथ मिलकर एक स्वर में रहे। सभी ने मिलकर प्रचार किया और एक दूसरे की मदद की। हमारे हज़ारों-लाखों कार्यकर्ताओं ने अच्छे तालमेल के साथ काम किया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम सबको आनेवाले दिनों में इसी तरह लोगों के अधिकारों के लिए, संविधान की रक्षा के लिए, देश की तरक़्क़ी के लिए, सीमाओं पर सुरक्षा के लिए लड़ते रहना होगा। हमें सुनिश्चित करना होगा कि संसद सुचारू रूप से चले। विपक्ष के मुद्दों को प्राथमिकता मिले। संसद में उनपर बहस हो।’’

भाषा हक हक सुरेश

सुरेश


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