नई दिल्ली : NCBC On Piyush Panda : पीएम मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले टीएमसी नेता पीयूष पांडा की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी को पत्र लिखकर पीयूष पांडा के खिलाफ पिछले तीन दिनों की गई कार्रवाई का ब्यौरा मांगा है। आयोग ने कहा है कि पीएम पद बैठे हुए पिछड़े वर्ग के व्यक्ति के खिलाफ जातिसूचक शब्द के इस्तेमाल के मामले की कमीशन खुद जांच करेगा।
NCBC On Piyush Panda : पिछड़ा वर्ग आयोग ने अपने पत्र में लिखा, “समाचार पत्रों और मीडिया के माध्यम से राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ये जानकारी प्राप्त हुई है कि तृणमूल कांग्रेस नेता पीयूष पांडा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खिलाफ आपत्तिजनक और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया है। भारत के प्रधानमंत्री पद पर बैठे हुए पिछड़े वर्ग के व्यक्ति पर की गई अपमानजनक टिप्पणी को लेकर पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज गंगाराम अहीर ने गंभीरता से लेते हुए जांच करने का निश्चय किया है। ऐसे में टीएमसी नेता पीयूष पांडा के खिलाफ पिछले तीन दिन के भीतर की गई कार्रवाई का ब्यौरा उपलब्ध कराई जाए।”
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने टीएमसी नेता पीयूष पांडा द्वारा पीएम मोदी के लिए आपत्तिजनक और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने पर पश्चिम बंगाल के डीजीपी को पत्र लिखा है। pic.twitter.com/6ux4Bb2Bqf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 2, 2024
NCBC On Piyush Panda : बता दें कि पीयूष पांडा का यह वीडियो सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर वायरल हो रहा है, जिसमें वो कथित रूप से कहते सुने जा रहे हैं कि एक तेली का बेटा राम मंदिर का उद्घाटन और पूजा कैसे कर सकता है। नरेंद्र मोदी ने अधूरे राम मंदिर का उद्घाटन करके ईशनिंदा की है। ऐसा मैं नहीं बल्कि शंकराचार्यों ने कहा है। मोदी बहुत अहंकारी हैं। वह तेली समुदाय से हैं और वह मंदिर का उद्घाटन कर रहे हैं, जबकि ब्राह्मणों को आमंत्रित नहीं किया जा रहा है।
#WATCH | On TMC leader Piyush Panda’s reported ‘casteist slur’ against PM Narendra Modi, Hansraj Ahir, Chairperson of the National Commission for Backward Classes says, “…If such sentiments are expressed for a Prime Minister, it is objectionable. The complaints are appropriate.… pic.twitter.com/dWSbMzK3bu
— ANI (@ANI) April 2, 2024