ऊना, सात जुलाई (भाषा) हिमाचल प्रदेश की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव एम सुधा देवी ने रविवार को कहा कि ऊना जिले में गर्भवती महिलाओं और दो वर्ष तक के बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रायोगिक आधार पर एक परियोजना चलाई जाएगी।
सुधा देवी ने यहां एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश ‘वीमेन एण्ड इनफेंट्स इंटीग्रेटेड इंटरवेंशन्स इन ग्रोथ स्टडी’ (विंग्स) योजना शुरू करने वाला पहला राज्य बन गया है।
अधिकारी ने कहा कि ऊना जिले में इसे प्रायोगिक आधार पर लागू किया जाएगा।
सुधा देवी ने बताया कि इस योजना के तहत ग्रामीण स्तर पर गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ दो वर्ष तक के बच्चों के पोषण की निगरानी की जाएगी तथा इन दोनों वर्गों को विशेष पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जाएगा, ताकि उनके स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर इस योजना के क्रियान्वयन में आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ता महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने कहा कि वे न केवल लक्षित जनसंख्या की पहचान करने में मदद करेंगे, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेंगे कि लक्ष्य हासिल हो।
उन्होंने परियोजना के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी संबंधित विभागों को दिशा-निर्देश जारी किए।
भाषा
शुभम सुरेश
सुरेश