नई दिल्ली : Petrol-diesel vehicles : देश की राजधानी में हवा की कैटेगरी बहुत ज्यादा खराब है। इस वजह से राजधानी में पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहनों के चलने पर रोक लगा दी गई थी। दिल्ली परिवहन विभाग के अधिकारी ने बताया कि, फिलहाल राजधानी का AQI का स्तर है। इस प्रतिबंध के संबंध कोई नया आदेश जारी नहीं हुआ है, इसलिए पुराना आदेश बीती रात 13 नवंबर को ख़त्म हो गया।
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Petrol-diesel-run vehicles will return on roads : 7 नवंबर को समीक्षा बैठक में सोमवार तक बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल वाहनों पर रोक थी लेकिन तीन दिन बाद एक और बैठक की गई, जिसमें फैसला किया गया कि प्रतिबंध रविवार तक लागू रहेगा। अभी तक मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के तहत नियम का उल्लंघन करने पर 20 हजार रुपये का जुर्माना लग रहा था।
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Petrol-diesel-run vehicles will return on roads : दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता यानी एयर क्वालिटी’बहुत खराब’ कैटेगरी में बनी हुई है। राष्ट्रीय राजधानी का औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) रविवार सुबह करीब 9 बजे 320 दर्ज किया गया, जो बीते दिन की तुलना में अधिक है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में बीते दिन (शनिवार) औसतन AQI 311 रिकॉर्ड किया गया था।
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Petrol-diesel-run vehicles will return on roads : केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, रविवार सुबह 8 बजे दिल्ली के आनंद विहार इलाके का AQI 343 दर्ज किया गया जबकि आरके पुरम में 335 और बवाना में 334 दर्ज किया गया। दिल्ली-एनसीआर के अधिकतर इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बहुत खराब कैटेगरी में है। बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है।
Petrol-diesel-run vehicles will return on roads : वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने शुक्रवार को कहा था कि दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के तीसरे चरण के तहत पाबंदियां जारी रहेंगी क्योंकि वायु में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। GRAP के तीसरे चरण के तहत दिल्ली-एनसीआर में आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण और तोड़फोड़ कार्यों पर रोक है। ईंट भट्टों, हॉट मिक्स प्लांट और पत्थर तोड़ने (स्टोन क्रशर) के संचालन की भी अनुमति नहीं है।