Hunja Community: नई दिल्ली। एक ऐसा समुदाय जिसके लोग 120-150 साल तक बिना किसी परेशानी के जीवित रहते है। यहां की महिलाएं 70 की उम्र में भी बिना किसी तकलीफ के बच्चे पैदा कर सकती है। आपको यह सुनकर हैरानी हो रही होगी लेकिन यह सच है। आज हम आपको एक ऐसे समुदाय के बारे में बताएंगे जिनकी महिलाएं 70-80 साल की बूढ़ी नहीं बल्कि जवान होती है। इस जनजाति का नाम है हुंजा और ये नॉर्थ पाकिस्तान के काराकोरम माउंटेन्स की हुंजा वैली में रहते है। हुंजा समुदाय (Hunja Community) के तौर-तरीकों को लेकर कई शोध किये गए हैं और इन पर कई किताबें भी लिखी जा चुकी है। तो चलिए जानते है पाकिस्तान की इस हुंजा जनजाति के बारे में…
दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कई अलग-अलग जनजाति के लोग रहते है। आज हम आपको एक ऐसे जनजाति के लोगों के बारे में बताने वाले है जिनकी महिलाएं दुनिया की सबसे खूबसूरत महिलाएं मानी जाती है। एक ऐसा समुदाय जहां आजतक किसी को कैंसर जैसी घातक बीमारी छू तक नहीं पाई। हम बात कर रहे है पाकिस्तान के एक खास समुदाय ‘हुंजा’ की। बहुत से लोग यहां के लोग और इस जनजाति के बारे में नहीं जानते होंगे। हुंजा जनजाति के लोग नॉर्थ पाकिस्तान के काराकोरम माउंटेन्स की हुंजा वैली में रहते है इन्हें बुरुशो समुदाय के नाम से भी जाता है। ये अनोखा समुदाय हिमालय में बसा हुआ है जो बटवारें से पहले भारत का हिस्सा हुआ करता था। बटवारे के बाद हुंजा समुदाय का इलाका पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, गिलगिट और बाल्टिस्तान क्षेत्र में बसा हुआ है।
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हुंजा समुदाय के लोगों की आबादी ज्यादा नहीं हैं लेकिन इस समुदाय की खास बात यह ही कि इन्हें दुनिया के सबसे लम्बी उम्र वाले, खुश रहने वाले और स्वस्थ लोगों में गिना जाता है। इस समुदाय के लोगों के स्वास्थ्य का अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते है कि इस समुदाय के एक भी व्यक्ति को कभी कैंसर नहीं हुआ। हुंजा समुदाय (Hunja Community) के लोगों को दुनिया की कैंसर-फ्री पापुलेशन में गिना जाता है।
इतना ही नहीं हुंजा समुदाय की महिलाएं 65 की उम्र में भी बच्चे पैदा कर सकती हैं। माना जाता है कि पाकिस्तान की हुंजा वैली में रहने वाली महिलाएं अपनी उम्र से कई साल छोटी दिखती हैं। आम तौर पर महिलाएं 50-55 की उम्र तक बच्चे पैदा करने की क्षमता खो देती हैं लेकिन हुंजा समुदाय की महिलाएं 65-70 साल की उम्र तक बच्चों को जन्म दे सकती हैं।
कुछ स्टडीज में यह कहा गया है कि हुंजा समुदाय (Hunja Community) के लोगों को इतना अच्छा स्वास्थ्य कोई चमत्कार नहीं बल्कि इनकी जीवनशैली के कारण है। एक रिसर्च में यह पाया गया है कि हुंजा लोग खाने में ज्यादा से ज्यादा धूप में सुखाए गए अखरोट व एक विशेष प्रकार के मेवे का इस्तेमाल करते हैं। इसे एप्रीकोट (खुबानी) कहा जाता है। बता दें एप्रीकोट में B-17 कंपाउंड पाया जाता है, जो एक तरह का लोगों के एंटी-कैंसर एजेंट है तथा कैंसर जैसे रोग को खत्म करता है। यही कारण है की उन्हें कैंसर नहीं होता। इसके अलावा ये लोग कच्ची सब्जियां, फल , अनाज, मेवे के अलावा दूध, अंडा और चीज भी अपने रोज़ के खाने में शामिल करते हैं।