(कुमार राकेश और सागर कुलकर्णी)
छत्रपति संभाजीनगर (महाराष्ट्र), 13 नवंबर (भाषा) मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल ने कहा कि जो लोग यह दावा करते हैं कि हिंदू खतरे में हैं और उनकी एकता का आह्वान करते हैं, वे मराठों को आरक्षण न देने के लिए जिम्मेदार हैं।
उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदाता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन को करारी शिकस्त देने के लिए तैयार हैं।
राज्य की ‘महायुति’ सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि उसके कारण समाज के हर वर्ग का हित प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि मराठा चुनाव में अपनी ताकत दिखाएंगे।
पाटिल (42) ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में आरोप लगाया कि हिंदू एकता के लिए काम करने का दावा करने वाले लोगों ने मुस्लिमों को निशाना बनाने के लिए उनके समुदाय का इस्तेमाल किया है लेकिन उसकी जायज मांगों को नजरअंदाज किया है।
पाटिल ने मराठों के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के तहत आरक्षण की अपनी मांग के समर्थन में समुदाय के एक बड़े वर्ग का समर्थन जुटाया है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप दावा करते हैं कि हिंदू खतरे में हैं तो मराठों का क्या? क्या आपको उनके बच्चों की परेशानियां नहीं दिखायी देतीं? अगर आप कहते हैं कि हिंदू मुश्किल में हैं तो मराठों की कुशलक्षेम सुनिश्चित करना भी आपकी ही जिम्मेदारी है। जब हम आरक्षण मांगते हैं तो हिंदू हमारा विरोध करते हैं लेकिन जब उन्हें मुस्लिमों पर निशाना साधना होता है तो उन्हें मराठों की जरूरत पड़ती है।’’
भाषा गोला मनीषा
मनीषा