प्रतिबंधित संगठन एचएनएलसी के साथ शांति वार्ता शुरू
प्रतिबंधित संगठन एचएनएलसी के साथ शांति वार्ता शुरू
शिलांग, 24 जून (भाषा) केंद्र, मेघालय सरकार और प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन हिनीवट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल (एचएनएलसी) के बीच त्रिपक्षीय शांति वार्ता शनिवार को यहां के निकट उमियम में शुरू हुई। प्रतिबंधित संगठन ने अपने सदस्यों के लिए माफी की मांग की है।
अधिकारियों ने बताया कि ए. के. मिश्रा और पीटर दखार केंद्र के वार्ताकार हैं, जबकि रोनी वाहलांग राज्य की ओर से वार्ता में भाग ले रहे हैं। एचएनएलसी का प्रतिनिधित्व सदोन ब्लाह द्वारा किया जा रहा है।
ब्लाह ने कहा कि बातचीत ‘‘सकारात्मक’’ रही। उन्होंने कहा कि एचएनएलसी ने सफल वार्ता का मार्ग प्रशस्त करने के लिए अपने सदस्यों के खिलाफ सभी आरोपों को वापस लेने की मांग की है।
ब्लाह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘आम माफी के साथ-साथ संगठन के सदस्यों के खिलाफ सभी मामलों को वापस लिया जाना चाहिए। आम माफी शांति वार्ता को आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त करेगी।’’
एचएनएलसी के उपाध्यक्ष मानभा रिनजाह ने कहा कि यदि आम माफी दी जाती है, तो इससे उसके सदस्यों और केंद्र तथा राज्य सरकारों के बीच ‘‘विश्वास का माहौल’’ बनेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में बातचीत के आगे बढ़ने से पहले, हम चाहते हैं कि सरकार इस संबंध में स्पष्टीकरण दे। हम शांति का माहौल चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि सरकार जल्द ही वार्ताकारों के माध्यम से जवाब देगी ताकि हम अगले स्तर की वार्ता की दिशा में आगे बढ़ सकें।’’
लगभग तीन दशक पहले एचएनएलसी के गठन के बाद से, यह संगठन सशस्त्र हमलों, आईईडी विस्फोटों और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार रहा है। इस संगठन की गतिविधियों के कारण खासी-जयंतिया पर्वतीय क्षेत्र में सैकड़ों नागरिकों और सशस्त्र कर्मी हताहत हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि एचएनएलसी के 30 से अधिक सक्रिय सदस्य शांति प्रक्रिया में शामिल होंगे।
भाषा
देवेंद्र माधव
माधव

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