भगवान बलभद्र की मूर्ति गिरने पर पटनायक ने ओडिशा के मुख्यमंत्री से कार्रवाई करने की अपील की

भगवान बलभद्र की मूर्ति गिरने पर पटनायक ने ओडिशा के मुख्यमंत्री से कार्रवाई करने की अपील की

भगवान बलभद्र की मूर्ति गिरने पर पटनायक ने ओडिशा के मुख्यमंत्री से कार्रवाई करने की अपील की
Modified Date: July 11, 2024 / 09:30 pm IST
Published Date: July 11, 2024 9:30 pm IST

भुवनेश्वर, 11 जुलाई (भाषा) बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष और ओडिशा विधानसभा में विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने रथयात्रा उत्सव के दौरान भगवान बलभद्र की मूर्ति के गिर जाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील करते हुए बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी को पत्र लिखा।

पूर्व मुख्यमंत्री पटनायक ने कहा कि इस घटना से ‘पूरी दुनिया में श्रद्धालुओं की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है।’

भगवान जगन्नाथ को ओडिया ‘अस्मिता’ का प्रतीक और ओडिशा के लोगों की पहचान बताते हुए पटनायक ने कहा कि भगवान बलभद्र के ‘पहंडी’ के दौरान घटी यह घटना अप्रत्याशित है तथा रथयात्रा की परंपरा में ऐसा कभी नहीं हुआ।

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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो पाया कि ऐसा हादसा कभी हो सकता है।

मंगलवार को जब रथयात्रा उत्सव के तहत भगवान बलभद्र की मूर्ति को रथ से उतारकर एक मंदिर में लाया जा रहा था, तब मूर्ति गिर गयी थी और पुरी जगन्नाथ मंदिर के कम से कम नौ सेवक घायल हो गये थे।

यह घटना तब घटी जब लकड़ियों से बनी भारी मूर्ति को गुंडिचा मंदिर ले जाने के लिए रथ से उतारा जा रहा था। इसे ‘पहंडी’ अनुष्ठान के नाम से भी जाना जाता है।

ऐसा लगता है कि जिन लोगों ने मूर्ति पकड़ रखी थी, उनका उस पर नियंत्रण नहीं रहा।

पटनायक ने कहा, ‘‘ओडिशा मंत्रिमंडल के कुछ सदस्यों ने जिस तरह से ऐसे संवेदनशील विषय पर टिप्पणी की है, उससे भगवान जगन्नाथ के भक्तों का दुख दोगुना हो गया है। इस घटना से भगवान के सभी भक्तों की भावनाएं बहुत आहत हुई हैं। सरकार का ऐसा असंवेदनशील रवैया जगन्नाथ के भक्तों की आहत भावनाओं को शांत नहीं कर पाया।’’

उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले में व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने तथा यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया कि भविष्य में ऐसी घटना न हो।

वरिष्ठ भाजपा नेता और कटक के सांसद भर्तृहरि महताब ने अनुष्ठान के समय रथ पर बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी पर सवाल उठाया।

भाषा

राजकुमार अविनाश

अविनाश


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