अमृतसर हवाई अड्डा पर यात्रियों ने वायरस की जांच में देरी पर विरोध जताया
अमृतसर हवाई अड्डा पर यात्रियों ने वायरस की जांच में देरी पर विरोध जताया
अमृतसर, 22 दिसंबर (भाषा) ब्रिटेन से अमृतसर में श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचे यात्रियों ने अपनी कोरोना वायरस जांच में कथित देरी को लेकर अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
यात्रियों के परिवारों के सदस्यों ने मंगलवार को दावा किया कि उन्हें जांच के लिए घंटों इंतजार कराया गया।
अधिकारियों ने हालांकि कहा कि मंजूरी में कुछ और समय लग सकता है क्योंकि हर यात्री और चालक दल के सदस्यों की कोरोना वायरस के लिए जांच की जानी है।
एयर इंडिया की एक उड़ान कल रात ब्रिटेन से करीब 12.30 बजे यहां पहुंची। विमान में 250 यात्री और चालक दल के 18 सदस्य सवार थ।
भारत ने ब्रिटेन से आने वाली सभी यात्री उड़ानों पर 31 दिसंबर तक के लिए रोक लगा दी है। इससे पहले कई अन्य देशों ने भी ऐसे प्रतिबंध लगाए हैं। ये प्रतिबंध कोरोना वायरस के एक नए प्रकार के सामने आने के बाद लगाए गए हैं।
यात्रियों के रिश्तेदारों ने संवाददाताओं को बताया कि कई यात्रियों ने वायरस की जांच में देरी को लेकर हवाई अड्डे पर विरोध जताया।
पंजाब के फरीदकोट के अंकुश ने कहा कि उसका भाई अंकुर ब्रिटेन से उसी उड़ान से आया है। अंकुश ने कहा, ‘‘हमारे परिवार के सभी सदस्य पिछले कई घंटों से उसकी प्रतीक्षा कर रहे हैं।’
उन्होंने अधिकारियों पर आरोप लगाया कि वे समय से जानकारी नहीं दे रहे हैं।
अमरीक सिंह का पुत्र सुखविंदर भी ब्रिटेन से आया है। अमरीक ने कहा कि वह अभी तक अपने पुत्र से नहीं मिल पए हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैंने कई बार हवाई अड्डा के अधिकारियों से अपने बेटे की जांच रिपोर्ट के बारे में पूछा लेकिन वे उनका कहना है कि इसमें अभी दो घंटे और लगेंगे।’
हवाई अड्डे पर तैनात स्वास्थ्य अधिकारियों की एक टीम ने सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के नमूने लिए हैं।
अमृतसर के सहायक उपायुक्त हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि कल रात उड़ान के यहां पहुंचने के बाद ही नमूने लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी।
उन्होंने कहा कि चालक दल सहित सभी यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच करायी जाएगी। उन्होंने कहा कि यात्रियों को भोजन मुहैया कराया गया है।
उन्होंने कहा कि हवाई अड्डा के अधिकारियों ने पहले ही यात्रियों के रिश्तेदारों को जांच के बारे में सूचित कर दिया था।
कुछ यात्रियों द्वारा विरोध किए जाने के बारे में पूछे गए एक सवाल पर अग्रवाल ने कहा, “आमतौर पर, सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को बाहर जाने में पांच से छह घंटे लगते हैं। लेकिन आज इसमें कुछ और घंटे लगेंगे और हर किसी को परेशानी समझनी चाहिए।’
भाषा अविनाश मनीषा
मनीषा

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