नयी दिल्ली, 27 नवंबर (भाषा) हाल में किए गए एक सर्वेक्षण में लगभग 60 प्रतिशत माता-पिता ने माना कि उन्होंने ऑनलाइन सामग्री में ऐसे अभद्र विज्ञापन देखे हैं जिन्हें बच्चों सहित सभी आयु वर्ग के लोगों लिए उपयुक्त के रूप में चिह्नित किया गया होता है।
ऑनलाइन सर्वेक्षण मंच ‘लोकल सर्किल्स’ ने ऑनलाइन सामग्री देखने के दौरान पिछले तीन वर्षों में अकसर जुआ/गेमिंग, अंत: वस्त्रों और यौन स्वास्थ्य से संबंधित विज्ञापनों का सामना करने वाले अभिभावकों के मत के आधार पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘सर्वेक्षण में शामिल 60 प्रतिशत अभिभावकों ने एक या एक से अधिक ऐसे मामलों का अनुभव किया है जहां किसी कार्यक्रम, वीडियो या फिल्म में आयु वर्ग के हिसाब से विज्ञापन उचित नहीं थे, जबकि उन्हें सभी दर्शकों या बच्चों के लिए उपयुक्त बताया गया था।’’
सर्वेक्षण में दावा किया गया कि भारत के 305 जिलों के अभिभावकों से 30,000 से अधिक प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं, जबकि उत्तरों की संख्या प्रश्न दर प्रश्न अलग-अलग थी।
सर्वेक्षण में शामिल लगभग 88 प्रतिशत अभिभावक इस बात के पक्ष में दिखे कि सरकार आयु वर्ग के मुताबिक उपयुक्त विज्ञापन मानदंडों का उल्लंघन करने पर अधिक से अधिक जुर्माना लगाए।
भाषा
शुभम नेत्रपाल
नेत्रपाल