शिवगंगा (तमिलनाडु), 22 जनवरी (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने बुधवार को विपक्ष के नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी पर राज्य की राजकोषीय स्थिति की आलोचना करने के लिए निशाना साधा और कहा कि उनकी अन्नाद्रमुक की सरकार ने एक दशक पहले राज्य को राजस्व घाटे वाला प्रदेश बना दिया था।
मुख्यमंत्री ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि विभिन्न कठिनाइयों के बावजूद, सत्तारूढ़ द्रमुक विभिन्न कल्याणकारी पहलों को लागू करते हुए राज्य को विकास के पथ पर ले जा रही है।
इससे एक दिन पहले पलानीस्वामी ने राज्य की राजकोषीय स्थिति को लेकर सत्तारूढ़ द्रमुक सरकार पर निशाना साधा और दावा किया था कि तमिलनाडु का बढ़ता कर्ज एवं राज्य के सकल घरेलू उत्पाद का अनुपात सत्तारूढ़ पार्टी की उपलब्धि प्रतीत होता है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि चार साल पहले द्रमुक के सत्ता में आने के बाद से तमिलनाडु सबसे अधिक कर्ज वाला राज्य बन गया है, जबकि द्रमुक ने राज्य की अर्थव्यवस्था को ठीक करने का आश्वासन दिया था।
इस पर पलटवार करते हुए स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु 2011 में एक ‘‘राजस्व-अधिशेष’’ राज्य था । द्रमुक के सत्ता से हटने के बाद अन्नाद्रमुक ने एक दशक तक प्रदेश पर शासन किया था ।
उन्होंने कहा, ‘‘यह अन्नाद्रमुक की सरकार थी जिसने तमिलनाडु को 2013 में राजस्व घाटे वाला राज्य बना दिया, जबकि प्रदेश 2011 में राजस्व अधिशेष वाला राज्य था । उन्होंने 2017-19 के दौरान तमिलनाडु को सबसे अधिक राजस्व घाटे वाले राज्य के रूप में संघर्ष करने पर मजबूर कर दिया और हमने प्रदेश को इस विकट स्थिति से बचाया है।’’
स्टालिन ने आरोप लगाया कि केंद्र तमिलनाडु को धन आवंटन करने के मामले में सहयोग नहीं कर रहा है, लेकिन ऐसी चुनौतियों के बावजूद राज्य अच्छी प्रगति कर रहा है।
भाषा रंजन रंजन मनीषा
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