भारत के लिए पाकिस्तान अब रणनीतिक खतरे की बजाय महज ‘सिरदर्द’ बनकर रह गया है: शौर्य डोभाल

भारत के लिए पाकिस्तान अब रणनीतिक खतरे की बजाय महज ‘सिरदर्द’ बनकर रह गया है: शौर्य डोभाल

  •  
  • Publish Date - August 9, 2024 / 04:08 PM IST,
    Updated On - August 9, 2024 / 04:08 PM IST

नयी दिल्ली, नौ अगस्त (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं ‘इंडिया फाउंडेशन’ के संस्थापक शौर्य डोभाल ने कहा है कि भारत के लिए पाकिस्तान अब रणनीतिक खतरा होने की बजाय केवल ‘‘सिरदर्द’’ बनकर रह गया है क्योंकि नयी दिल्ली ने अपने पड़ोसी पर बढ़त हासिल कर ली है।

उन्होंने कहा कि भारत की मुख्य बढ़त उसकी आर्थिक वृद्धि है, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि इस वृद्धि को आगे बढ़ाने और रणनीतिक बढ़त हासिल करने के लिए पाकिस्तान तथा चीन सहित अन्य पड़ोसियों के साथ संबंधों को प्रबंधित करने की आवश्यकता है।

यहां ‘पीटीआई’ के मुख्यालय में संपादकों के साथ बातचीत में डोभाल ने साइबर आतंकवाद से लड़ने के लिए निजी ‘खिलाड़ियों’ को शामिल करने का भी समर्थन किया और कहा कि केवल कानूनी और सैन्य उपायों पर निर्भर रहने के बजाय ‘‘व्यापक’’ सामाजिक प्रतिक्रिया की जरूरत है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों में विभिन्न बिंदुओं को पार कर लिया है। हालांकि, वे अब भी चुनौतियां पेश करते हैं, लेकिन वे अब एक गंभीर खतरा नहीं हैं… पाकिस्तान अब हमारे लिए एक ‘सिरदर्द’ तो है लेकिन यह हमारे लिए कोई रणनीतिक खतरा पैदा नहीं करता है। तो, यह एक स्थिति सुलझ गई है।’’

डोभाल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इसी तरह का परिदृश्य भारत के पूर्वी मोर्चे पर है। इसके साथ ही उन्होंने आगाह किया कि भारत का उत्तरी पड़ोसी अपनी सैन्य क्षमताओं और इरादों के कारण एक गंभीर चुनौती बना हुआ है।

डोभाल ने कहा, ‘‘मुझे लगता है, सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, भारत की मुख्य खासियत अभी आर्थिक विकास है… हमें अपने पड़ोस का प्रबंधन करना है ताकि पड़ोसियों की तुलना में हमें अपने आर्थिक लक्ष्य तक पहुंचने और रणनीतिक लाभ हासिल करने में सक्षम होने के लिए वह स्थान और समय मिलता रहे।’’

भाषा नेत्रपाल संतोष

संतोष