जयपुर, तीन सितंबर (भाषा) राजस्थान के सभी जिला अस्पतालों में स्थापित रामाश्रय वार्ड और ओपीडी (जिरियाट्रिक वार्ड एवं जिरियाट्रिक क्लीनिक) का लाभ अब तक लगभग 5.5 लाख बुजुर्गों को मिला है।
ये वार्ड सभी जिला अस्पतालों में बुजुर्गों को सम्मान के साथ बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए स्थापित किए गए हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने बताया कि बुजुर्गों को उपचार के लिए चक्कर नहीं काटना पड़े, कतारों में खड़ा नहीं होना पड़े और एक ही स्थानपर जांच एवं उपचार सेवाओं का लाभ मिल सके, इसी सोच के साथ इस पहल की शुरुआत 14 मार्च को की गयी थी।
उन्होंने बताया कि अब तक पांच लाख 14 हजार से अधिक बुजुर्गों ने रामाश्रय वार्ड की ओपीडी में विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया है तथा इसी प्रकार रामाश्रय आईपीडी (अंत:रोगी विभाग) में 32 हजार से अधिक वृद्धजनों को भर्ती कर उपचार उपलब्ध करवाया गया है।
उन्होंने बताया कि अब तक तीन लाख 14 हजार से अधिक परीक्षण किए गए हैं एवं 8320 बुजुर्गों को फिजियोथैरेपी सेवाएं प्रदान की गयी हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि इस मानवीय पहल को 100 दिवसीय कार्य योजना में शामिल कर अल्प समय में निर्धारित लक्ष्य को पूरा किया गया।
भाषा पृथ्वी कुंज
राजकुमार
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