महाकुंभ नगर, 21 जनवरी (भाषा) महाकुंभ में हृदयाघात वाले 100 से ज्यादा श्रद्धालुओं की जान बचा ली गई है। इसके साथ ही सघन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में 183 मरीजों का इलाज और 580 का मामूली ऑपरेशन किया गया है।
प्रशासन के अनुसार यहां महाकुंभ मेला क्षेत्र में स्थापित ‘सेंट्रल हॉस्पिटल’ में देश की सबसे आधुनिक तकनीक से इलाज किया जा रहा है। अब तक 1,70,727 रक्त नमूनों की जांच की गई और एक लाख से अधिक लोगों ने ‘ओपीडी’ की सेवा ली है।
महाकुंभ मेला के नोडल अधिकारी (चिकित्सा स्थापना) डॉक्टर गौरव दुबे ने बताया कि देश-विदेश से आ रहे श्रद्धालु महाकुंभ नगर में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
दुबे के अनुसार इसके पहले मध्यप्रदेश के दो श्रद्धालुओं को ‘सेंट्रल हॉस्पिटल’ में जीवनदान मिला क्योंकि सीने में दर्द होने पर आईसीयू में उनका इलाज किया गया।
उन्होंने बताया कि डॉक्टर एस के पांडे के नेतृत्व में उनकी जांच की गई और उनका सफलतापूर्वक उपचार किया गया एवं अब दोनों श्रद्धालु पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
डॉक्टर पांडे ने बताया कि दोनों श्रद्धालुओं की ईसीजी की गई और बाद में उनका इलाज किया गया।
पांडे के अनुसार अब वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं और इस इलाज के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डॉक्टरों का धन्यवाद किया।
उन्होंने बताया कि इनके अलावा महाकुंभ में पहुंचे 105 साल के बाबा राम जाने दास, जो हनुमानगंज, फूलपुर के रहने वाले हैं, पेट दर्द की समस्या के चलते ‘सेंट्रल हॉस्पिटल’ पहुंचे थे और उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
उन्होंने बताया कि ‘सेंट्रल हॉस्पिटल’ में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम में फिजिशियन, ‘डेंटल सर्जन’, ‘आर्थो’, बाल चिकित्सक, स्त्रीरोग चिकित्सक आदि विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात हैं।
पांडे के अनुसार यहां 10 बेड का आईसीयू तैयार किया गया है। साथ ही मरीजों की निगरानी के लिए एआई-आधारित कैमरों का उपयोग किया जा रहा है।
भाषा राजेंद्र
राजकुमार
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