Publish Date - January 30, 2025 / 09:42 AM IST,
Updated On - January 30, 2025 / 09:42 AM IST
शाहजहांपुर। Samvida Karmi Latest News सरकारी विभागों में काम करने वाले संविदा कर्मचारी हमेशा अपनी नौकरी से जुझते नजर आते हैं। वे सरकारी विभागों में काम विभागों में काम तो करते हैं, लेकिन उनकी नौकरी पक्की नहीं रहती है। कब नौकरी से निकालने का आदेश हो जाए, किसी को पता नहीं रहता है। ऐसा ही हुआ है उत्तर प्रदेश शाहजहांपुर जिले में। यहां संविदा कर्मचारियों की बैसाखी पर खड़ा बिजली निगम उन्हीं की छंटनी करने की तैयारी कर रहा है। निगम में 30 प्रतिशत कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। इसकी तैयारी शुरू हो गई है।
Samvida Karmi Latest News मिली जानकारी के अनुसार शाहजहांपुर जिले में 43 बिजली उपकेंद्रों में 894 संविदा कर्मी तैनात हैं। लाइन पर मरम्मत कार्य से लेकर राजस्व वसूली तक में इनका सहयोग लिया जाता है। मध्यांचल निगम से कर्मियों की छंटनी का आदेश आया है। जिले में एक फरवरी से करीब 314 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। संविदा कर्मचारी संगठन में इसका विरोध भी जताया है। मंगलवार को इसका विरोध करते हुए विद्युत संविदा मजदूर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नवल किशोर सक्सेना व प्रांतीय प्रभारी पुनीत राय ने एसई जेपी वर्मा का घेराव किया। उन्होंने जारी आदेश का पुरजोर विरोध किया।
विद्युत निगम में छंटनी के बाद जिले में निगम के पास मात्र 580 संविदाकर्मी रह जाएंगे। उनसे तीन शिफ्टों में तीन-तीन कर्मियों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा। तीन कर्मचारियों से पूरे क्षेत्र का बिजली नेटवर्क संभालना मुश्किल होगा। फॉल्ट आने पर कर्मचारियों के आने का लंबा इंतजार करना पड़ेगा। गर्मी में लोगों को ज्यादा दिक्कत होगी।
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में संविदा कर्मचारियों की छंटनी क्यों की जा रही है?
शाहजहांपुर जिले में बिजली निगम ने कर्मचारियों की छंटनी करने का निर्णय लिया है। इसके तहत 30% कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी की जा रही है, ताकि निगम में कर्मियों की संख्या को कम किया जा सके।
कितने संविदा कर्मचारी छंटनी के तहत नौकरी से निकाले जाएंगे?
शाहजहांपुर जिले में एक फरवरी से करीब 314 संविदा कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने का आदेश दिया गया है।
इस छंटनी का किस प्रकार के काम पर असर पड़ेगा?
छंटनी के बाद, बिजली नेटवर्क और मरम्मत कार्यों में समस्या हो सकती है। तीन कर्मचारियों से तीन शिफ्टों में पूरे क्षेत्र का बिजली नेटवर्क संभालना मुश्किल होगा, जिससे फॉल्ट आने पर लंबा इंतजार करना पड़ सकता है और गर्मी में लोगों को ज्यादा दिक्कत हो सकती है।
संविदा कर्मचारी संगठन ने इस छंटनी के आदेश का विरोध क्यों किया?
विद्युत संविदा मजदूर संगठन ने इस आदेश का विरोध किया है क्योंकि इससे कर्मचारियों पर अतिरिक्त दबाव बढ़ेगा और बिजली आपूर्ति में रुकावट का खतरा होगा। संगठन के प्रतिनिधियों ने इस आदेश को लागू करने का विरोध करते हुए संबंधित अधिकारियों से मुलाकात की।
शाहजहांपुर जिले में बिजली निगम के पास कितने कर्मचारी बचेंगे?
छंटनी के बाद शाहजहांपुर जिले में बिजली निगम के पास केवल 580 संविदा कर्मचारी रह जाएंगे, जो पूरे क्षेत्र का नेटवर्क संभालने में जुटे होंगे।