जयपुर, तीन जुलाई (भाषा) राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र बुधवार को शुरू हुआ जहां विपक्षी दल कांग्रेस के विधायकों ने राज्यपाल का अभिभाषण नहीं कराए जाने के मुद्दे पर हंगामा किया और नारेबाजी की। विपक्ष ने आरोप लगाया कि राज्यपाल का अभिभाषण न कराकर सरकार संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन कर रही है।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने व्यवस्था दी कि चूंकि यह साल का दूसरा सत्र है इसलिए राज्यपाल के अभिभाषण की जरूरत नहीं है।
सदन की बैठक शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने नए सत्र की शुरुआत में राज्यपाल का अभिभाषण नहीं करवाए जाने का मुद्दा उठाया और सदन की बैठक को असंवैधानिक बताया।
उन्होंने कहा,‘‘यहां संविधान को खत्म किया जा रहा है।’’ इस पर दोनों पक्षों के विधायकों के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया। विपक्ष के विधायकों ने नारेबाजी व हंगामा शुरू कर दिया। जूली ने उनका माइक बंद किए जाने की शिकायत भी इसी दौरान की।
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा,‘‘सदन की कार्यवाही विधि अनुसार ही हो रही है। यह विधानसभा का द्वितीय सत्र है। राज्यपाल का अभिभाषण विधानसभा के पहले सत्र में हो चुका है। आप कानून की गलत व्याख्या कर रहे हैं।’’
देवनानी ने व्यवस्था देते हुए कहा कि 2024 के प्रथम सत्र में राज्यपाल का संबोधन हो गया। 2024 का यह द्वितीय सत्र है इसलिए राज्यपाल के अभिभाषण की कोई आवश्यकता नहीं है।’’
सदन की कार्यवाही के दौरान नवनिर्वाचित विधायक जयकृष्ण पटेल ने शपथ ली। भारत आदिवासी पार्टी के जयकृष्ण पटेल ने राजस्थान की बागीदौरा विधानसभा के उपचुनाव में जीत दर्ज की है।
अध्यक्ष देवनानी ने राजस्थान से सांसद ओम बिरला के पुन: लोकसभा अध्यक्ष निर्वाचित होने पर उनके लिए बधाई संदेश पढ़ा। बिरला राजस्थान की कोटा सीट से सांसद हैं।
विधायकों ने प्लास्टिक मुक्ति का संकल्प भी लिया।
सदन में गुजरात और त्रिपुरा की पूर्व राज्यपाल कमला बेनीवाल सहित हाल ही में दिवंगत हुए 12 जनप्रतिनिधियों के लिए शोक प्रकट किया गया।
हाथरस में हुई भगदड़ की घटना में जान गंवाने वालों को भी सदन में श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
भाषा पृथ्वी नरेश
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