नयी दिल्ली, 13 सितंबर (भाषा) कांग्रेस सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शुक्रवार को कहा कि वर्ष 1984 में स्वर्ण मंदिर में की गई सैन्य कार्रवाई ‘गलत’ थी और इसके लिए उनकी पार्टी माफी भी मांग चुकी है।
उन्होंने यह दावा भी किया कि उस समय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हरमिंदर साहब पर ‘अटैक (हमले)’ के लिए फौज भेजने की खातिर दबाव बनाया था जिसके लिए उसे माफी मांगनी चाहिए।
चन्नी ने यहां कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के मामले से जुड़े सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की।
दिल्ली की एक अदालत ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के एक मामले में शुक्रवार को कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ हत्या तथा अन्य अपराधों में आरोप तय किए।
यह पूछे जाने पर कांग्रेस ने जगदीश टाइटलर को अभी तक क्यों नहीं निकाला तो चन्नी ने कहा, ‘‘जो दंगे हुए और जो हरमिंदर साहब पर ‘अटैक’ हुआ, उसके लिए एक बार नहीं, कांग्रेस बहुत बार माफी मांग चुकी है। हरमंदिर साहब पर ‘अटैक’ हुआ, वो गलत था, ये कांग्रेस मान चुकी है और माफी भी मांग चुकी है।’’
उन्होंने सवाल किया कि भाजपा 10 साल से सत्ता में होने के बावजूद दंगों के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा क्यों नहीं दिलवा सकी?
चन्नी का कहना था, ‘‘मैं कांग्रेस मुख्यालय में बैठकर कह रहा हूं कि 1984 में जो हरमंदिर साहब पर ‘अटैक’ हुआ वो गलत था। भाजपा क्यों नहीं मानती कि इस ‘अटैक’ को कराने के पीछे उसका एक बहुत बड़ा आंदोलन था।’’
उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने उस समय सरकार पर दबाव बनाया था कि कि हरमंदिर साहब में फौज भेजी जाए तथा पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने अपनी पुस्तक ‘माई कंट्री, माई लाईफ’ में यह कहा है कि उन्होंने सैन्य कार्रवाई के लिए आंदोलन चलाया था।
चन्नी के अनुसार, ‘भारत रत्न’ से सम्मानित ‘‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक नेता’’ ने 1984 में कहा था कि सिख विरोधी दंगे आक्रोश का परिणाम थे तथा उन्होंने इसे जायज ठहराया था।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘कांग्रेस ने माफी मांग ली है, लेकिन भाजपा इन दंगों और हरमिंदर साहब पर ‘अटैक’ कराने में अपनी भूमिका के लिए कब माफी मांगेगी?।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा और आरएसएस को सिखों से और हरमंदिर साहब पर जाकर माफी मांगनी चाहिए।
भाषा हक
हक माधव
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