राष्ट्रहित में है ‘एक देश, एक चुनाव’, विपक्ष का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण: जद(यू)

राष्ट्रहित में है ‘एक देश, एक चुनाव’, विपक्ष का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण: जद(यू)

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  • Publish Date - December 17, 2024 / 01:28 PM IST,
    Updated On - December 17, 2024 / 01:28 PM IST

नयी दिल्ली, 17 दिसंबर (भाषा) जनता दल (यूनाईटेड) ने मंगलवार को ‘एक देश, एक चुनाव’ विधेयक को देश हित में करार दिया और कहा कि लोकसभा में इसे पेश किए जाने के दौरान कांग्रेस का रवैया बेहद ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ रहा।

जद (यू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने एक बयान में कहा कि उनकी पार्टी पहले से ही इस विधेयक के समर्थन में रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस फैसले से लोकतंत्र में मजबूती आएगी एवं सरकार की योजनाओं और नीतियों में निरंतरता बनी रहेगी। साथ ही बार-बार चुनाव में होने वाली फिजूल खर्ची पर भी रोक लगेगी।’’

कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एकसाथ कराने के प्रावधान वाले ‘संविधान (129वां संशोधन) विधेयक, 2024’ और उससे जुड़े ‘संघ राज्य क्षेत्र विधि (संशोधन) विधेयक, 2024’ को पुर:स्थापित करने के लिए संसद के निचले सदन में रखा।

प्रसाद ने कहा कि आजादी के बाद छठे दशक के उत्तरार्ध तक लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ-साथ होते थे लेकिन असमय राज्य सरकारों के पतन एवं विधानसभाओं के चुनाव की वजह से हर समय देश के किसी न किसी राज्य में चुनाव होने लगे।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर एक बार फिर से यह लागू होता है तो भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और निर्वाचन तंत्र की निष्पक्षता को बनाए रखने में कारगर साबित होगा।’’

भाषा ब्रजेन्द्र

ब्रजेन्द्र नरेश

नरेश