नयी दिल्ली, 10 जनवरी (भाषा) ई-कचरा एकत्र करने के लिए एक महीने चलने वाला अभियान मंगलवार को देश के 120 शहरों में शुरू हुआ।
‘डंप एंड डोनेट’ नाम से शुरू अभियान में विभिन्न स्कूलों, संस्थानों और अन्य माध्यमों से जनता तक पहुंचा जाएगा और ई-कचरे और उसके स्वास्थ्य व पर्यावरण पर पड़ने वाले हानिकारक असर के प्रति जागरूक किया जाएगा।
सबसे बड़ा ई- कचरा संग्रह अभियान का दावा करते हुए लायन्य क्लब इंटरनेशनल ने हिंदुस्तान ई-वेस्ट प्राइवेट लिमिटेड व नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल अलायंस (एनआईएसए) के साथ मिलकर इसे शुरू किया।
केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष सरकार ने अभियान शुरू करने के मौके पर कहा, ‘‘ई-कचरा प्रबंधन के महत्व को देखते हुए सभी मंत्रालयों ने ई-कचरे का निपटारा कर दिया है। भारत जी-20 की अध्यक्षता संभाल रहा है और इस मौके पर ई-कचरा अभियान की शुरुआत और महत्वपूर्ण है। ’’ अभियान के दौरान लोगों को भावनात्मक प्रचार, कॉरपोरेट और स्कूलों की साझेदारी से ई-कचरे को दान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। अभियान देश के कई जिलों में शुरू किया गया है जिसका ई-कचरा प्रबंधन के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर असर होगा।
अभियान के दौरान एकत्र किए जाने वाले उपकरणों में इस्तेमाल किए जा सकने वाले उपकरणों की मरम्मत कर समुदायिक शिक्षा के लिए दान कर दिया जाएगा और जिन ई-कचरे की मरम्मत नहीं की जा सकती उनका पुनर्चक्रण किया जाएगा और उनसे कीमती धातु निकाले जाएंगे।
लायंस क्लब के तृतीय अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष एपी सिंह ने बताया, ‘‘ एक महीने के अभियान के दौरान लायंस क्लब इंटरनेशनल के सदस्य विभिन्न स्कूलों, संस्थानों और अन्य माध्यमों से ई-कचरे के स्वास्थ्य और पर्यावरण पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक करेंगे।’’
भाषा धीरज पवनेश
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