नयी दिल्ली : Corona Cases In India : भारत में कोरोना वायरस के एक्सबीबी.1.5 स्वरूप के मामलों की संख्या बढ़कर सात हो गयी है। भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इन्साकॉग) के आंकड़ों में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गयी। अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों में वृद्धि के लिए इसी स्वरूप को जिम्मेदार माना जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक सात मामलों में से तीन गुजरात में और एक-एक कर्नाटक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ तथा राजस्थान में पाए गए।
Read More : Aaj Ka Rashifal: ये तीन राशि वाले जातक आज हो जाएंगे मालामाल, मेहरबान रहेंगी मां लक्ष्मी
कोरोना वायरस का एक्सबीबी.1.5 स्वरूप ओमीक्रोन एक्सबीबी स्वरूप का ही एक उपस्वरूप है, जो ओमीक्रोन बीए.2.10.1 और बीए.2.75 उपस्वरूप का पुनः संयोजक है। अमेरिका में कोरोना वायरस से संक्रमित 44 प्रतिशत मरीजों में एक्सबीबी और एक्सबीबी.1.5 स्वरूप ही पाया गया है। इन्साकॉग के अनुसार ओमीक्रोन के बीएफ.7 उपस्वरूप के भी सात मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें से पश्चिम बंगाल में चार, गुजरात में दो और ओडिशा में एक मामला सामने आया है।
Corona Cases In India : चीन में कोविड-19 महामारी की मौजूदा भयावह लहर के लिए कोरोना वायरस के इसी स्वरूप को जिम्मेदार माना जा रहा है। इंडियन सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इन्साकॉग) ने अपने बुलेटिन में कहा है कि कोरोनो वायरस का ओमीक्रॉन स्वरूप और इससे बने अन्य स्वरूप भारत में प्रमुखता से बने हुए हैं, जिसमें ‘एक्सबीबी’ प्रमुख है। इन्साकॉग का बुलेटिन सोमवार को जारी किया गया। बुलेटिन के मुताबिक बीए.2.75 और बीए.2.10 स्वरूप भी फैल रहे थे लेकिन कुछ हद तक।
Read More : बलात्कारी को बचाने के लिए पुलिस अधिकारी ने मांगा रिश्वत, दी घर गिराने की धमकी, फिर….
बुलेटिन के अनुसार, ‘‘विशेष रूप से उत्तर-पूर्व भारत में बीए.2.75 वायरस का प्रचलित स्वरूप रहा है। हालांकि, इस अवधि में गंभीर बीमारी या अस्पताल में भर्ती होने के मामलों में कोई वृद्धि नहीं देखी गई है।’’ इन्साकॉग ने कहा कि ओमीक्रॉन और इसके स्वरूप भारत में प्रमुखता से बने हुए हैं। एक्सबीबी पूरे भारत में सबसे प्रचलित स्वरूप (63.2 प्रतिशत) है।
Corona Cases In India : पांच दिसंबर के बुलेटिन में, जो सोमवार को भी जारी किया गया, इन्साकॉग ने कहा कि कुल संक्रमण दर प्रति दिन 500 से नीचे है। इन्साकॉग ने 28 नवंबर के अपने बुलेटिन में कहा था कि ओमीक्रॉन और इसके स्वरूप भारत में प्रमुखता से बने हुए हैं। कुछ देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर भारत ने निगरानी बढ़ा दी है।