श्रीनगर, 30 जनवरी (भाषा) सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के सोशल मीडिया सलाहकार को जम्मू-कश्मीर पुलिस में विशेष पुलिस अधिकारियों (एसपीओ) के मानदेय में बढ़ोतरी का श्रेय लेने का दावा करने संबंधी गलत पोस्ट करने के लिए बर्खास्त कर दिया है।
नेकां ने ‘एक्स’ पर अपने आधिकारिक हैंडल पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘एसपीओ के मानदेय से संबंधित हाल की एक पोस्ट पार्टी और मुख्यमंत्री से जुड़े विभिन्न हैंडल से साझा की गई थी। इस पोस्ट को प्रकाशित नहीं किया जाना चाहिए था और साझा की जा रही जानकारी को सत्यापित करने के किसी भी प्रयास के बिना पोस्ट किया गया था। हालांकि हम मानदेय में वृद्धि की पुरजोर वकालत करते रहे हैं और ऐसा करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है।’’
इससे पहले पार्टी के आधिकारिक हैंडल पर एक पोस्ट में दावा किया गया था कि उमर अब्दुल्ला सरकार ने एसपीओ का मानदेय बढ़ा दिया है। बाद में इस पोस्ट को हटा दिया गया था।
पार्टी ने कहा, ‘‘जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की गई है और उन्हें पार्टी के उपाध्यक्ष के सोशल मीडिया सलाहकार के पद से हटा दिया गया है।’’
पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन समेत विभिन्न वर्गों की आलोचना के मद्देनजर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने यह कदम उठाया है।
लोन ने कहा, ‘‘क्या यह सच है? एसपीओ के वेतन का वित्तपोषण गृह मंत्रालय द्वारा एसआरई (सुरक्षा संबंधी व्यय) के माध्यम से किया जाता है। फिर भी, यदि उमर सरकार ने उनके वेतन में वृद्धि करने का कोई तरीका बनाया है – तो उस पर कुछ स्पष्टीकरण दिया जाना चाहिए। वस्तुतः यह गृह मंत्रालय का क्षेत्राधिकार है।’’
भाषा
देवेंद्र अविनाश
अविनाश