ओडिशा पुलिस ने तीन राज्यों से 24 साइबर जालसाजों को गिरफ्तार किया

ओडिशा पुलिस ने तीन राज्यों से 24 साइबर जालसाजों को गिरफ्तार किया

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  • Publish Date - October 30, 2024 / 05:06 PM IST,
    Updated On - October 30, 2024 / 05:06 PM IST

कटक, 30 अक्टूबर (भाषा) ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा ने एक कॉर्पोरेट कर्मचारी से 6.28 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में तीन राज्यों से 24 साइबर जालसाजों को गिरफ्तार किया है।

अपराध शाखा के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) विनयतोष मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने संदिग्धों के बैंक खातों से 16.85 लाख रुपये जब्त कर पीड़ित को 6.80 लाख रुपये लौटा दिए हैं।

शिकायत के अनुसार, पीड़ित को धोखाधड़ी के इरादे से बनाए गए एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया और उच्च रिटर्न के वादे के साथ बड़ी रकम का निवेश करने का लालच दिया गया।

पुलिस के मुताबिक, शिकायत के बाद अंतरराज्यीय धोखाधड़ी गिरोह की जांच के लिए सात दलों का गठन किया गया था।

मिश्रा ने बताया कि पुलिस दलों ने तमिलनाडु से नौ, गुजरात से आठ और राजस्थान से सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

जालसाजों की कार्यप्रणाली के बारे में अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोग असली सरगना नहीं हैं और उन्हें लोगों को धोखा देने वाले एक प्रमुख गिरोह के पैदल सैनिक कहा जा सकता है।

मिश्रा ने कहा कि पीड़ित को शुरुआत में 19 रुपये के शेयर बेचे गए थे, जिनकी कीमत तेजी से बढ़कर 110 रुपये हो गई, जिससे कुल मूल्य 25 करोड़ रुपये हो गया।

उन्होंने बताया कि जब शिकायतकर्ता ने धनराशि निकालनी चाही, तो ग्रुप एडमिन ने उसे 21 अगस्त 2024 को 23 करोड़ रुपये निकालने की इजाजत दे दी।

मिश्रा के अनुसार, जब शिकायतकर्ता ने धनराशि निकालने का प्रयास किया, तो उसे उस व्हाट्सएप ग्रुप से हटा दिया गया और लेनदेन के लिए उपयोग किया जाने वाला एप्लिकेशन निष्क्रिय कर दिया गया।

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान एकत्र किए गए बैंक विवरण और अन्य दस्तावेजों से पुलिस ने तीन राज्यों के 24 आरोपियों की पहचान की।

मिश्रा ने कहा, “पुलिस दलों ने अब तक तमिलनाडु से नौ, गुजरात से आठ और राजस्थान से सात आरोपियों को पकड़ा है।”

उन्होंने बताया कि छह आरोपियों को 28 अक्टूबर को अदालत में पेश किया गया और 11 को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

मिश्रा के मुताबिक, सात अन्य आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर राजस्थान से ओडिशा लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है।

भाषा

पारुल अविनाश

अविनाश