ओडिशा: पटनायक ने पुलिस हिरासत में महिला पर ‘यौन हमले’ की एसआईटी और न्यायिक जांच की मांग की

ओडिशा: पटनायक ने पुलिस हिरासत में महिला पर ‘यौन हमले’ की एसआईटी और न्यायिक जांच की मांग की

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  • Publish Date - September 20, 2024 / 03:59 PM IST,
    Updated On - September 20, 2024 / 03:59 PM IST

भुवनेश्वर, 20 सितंबर (भाषा) ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने शुक्रवार को पुलिस हिरासत में एक सैन्य अधिकारी की मंगेतर के कथित यौन हमले के मामले की अदालत की निगरानी में विशेष जांच दल (एसआईटी) और न्यायिक जांच की मांग की।

विधानसभा में विपक्ष के नेता पटनायक ने घटना की निंदा की और इसे ‘‘बहुत चौंकाने वाला’’ प्रकरण करार दिया।

पटनायक ने कहा, ‘‘यहां के एक पुलिस थाने में हाल ही में एक सेना के मेजर और उनकी मंगेतर के साथ जो कुछ हुआ, उसके बारे में सभी ने सुना है। उन दोनों के साथ हिंसा की यह बहुत ही चौंकाने वाली खबर है और मेजर की मंगेतर पर कथित यौन हमला भी किया गया है। हम इस मामले की पूरी न्यायिक जांच की मांग करते हैं और इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जानी चाहिए।’’

बीजद प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी इस ‘‘जघन्य’’ कृत्य की निंदा करती है और उम्मीद करती है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी।

पटनायक ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘भरतपुर पुलिस थाने में सेना के एक मेजर और एक महिला के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, वह चौंकाने वाला और समझ से परे है….।’’

ओडिशा पुलिस ने बुधवार को भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस थाने में एक सैन्य अधिकारी पर कथित हमले और उसकी मंगेतर के साथ ‘‘यौन दुर्व्यवहार’’ के सिलसिले में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था।

महिला कार्यकर्ताओं के एक समूह ने शुक्रवार को यहां पुलिस भवन के सामने धरना दिया और सैन्य अधिकारी की मंगेतर पर कथित यौन हमले में शामिल आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग की।

पश्चिम बंगाल में तैनात सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर ने रविवार सुबह भरतपुर पुलिस थाने में रोड रेज की शिकायत दर्ज कराई थी।

पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर दोनों का पुलिसकर्मियों से विवाद हो गया।

पुलिस के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार करने के आरोप में भुवनेश्वर में गिरफ्तार की गई महिला ने दावा किया कि हिरासत में लिए जाने के बाद उसपर यौन हमला किया गया।

उच्च न्यायालय द्वारा जमानत दिए जाने पर बृहस्पतिवार को उन्हें रिहा कर दिया गया।

भाषा यासिर प्रशांत

प्रशांत