ओडिशा : सैन्य अधिकारी व महिला मित्र ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की

ओडिशा : सैन्य अधिकारी व महिला मित्र ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की

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  • Publish Date - September 23, 2024 / 03:50 PM IST,
    Updated On - September 23, 2024 / 03:50 PM IST

भुवनेश्वर, 23 सितंबर (भाषा) ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने यहां एक पुलिस थाने में कथित दुर्व्यवहार के पीड़ित एक सैन्य अधिकारी और उसकी मंगेतर से सोमवार को मुलाकात की।

इससे एक दिन पहले राज्य सरकार ने इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए।

दोनों ने सोमवार सुबह राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री से मुलाकात की। इस दौरान पीड़ित लड़की के पिता भी मौजूद थे।

माझी से मुलाकात के बाद महिला के पिता ने कहा, ‘‘हमने ओडिशा सरकार से न्यायिक जांच का अनुरोध किया था और इसे मान लिया गया। हम इस फैसले का स्वागत करते हैं और इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार जताते हैं।’’

मुख्यमंत्री ने यहां भरतपुर थाने में एक सैन्य अधिकारी को कथित तौर पर प्रताड़ित किए जाने और उसकी मंगेतर के ‘‘यौन उत्पीड़न’’ के मामले की न्यायिक जांच का रविवार शाम आदेश दिया था।

राज्य सचिवालय में सोमवार शाम हुई बैठक में उपमुख्यमंत्री के वी सिंह देव और राजस्व मंत्री सुरेश पुजारी के साथ कुछ सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी भी शामिल हुए।

आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, राज्य सरकार ने उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश चितरंजन दास की अध्यक्षता में एक जांच आयोग गठित किया है।

इसमें कहा गया कि आयोग घटनाक्रम और उससे जुड़ी परिस्थितियों के साथ ही इससे संबद्ध व्यक्तियों तथा प्राधिकारियों की भूमिका, आचरण और जवाबदेही पर गौर करेगा। जांच रिपोर्ट 60 दिन के भीतर सौंपी जाएगी।

अधिसूचना में कहा गया, ‘‘आयोग भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपाय सुझाएगा।’’

मुख्यमंत्री माझी ने रविवार शाम एक बयान में कहा था कि राज्य सरकार दोषी पाए जाने वाले सभी व्यक्तियों या अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।

राज्य सरकार ने ओडिशा उच्च न्यायालय से भी ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा द्वारा की जा रही जांच की निगरानी करने का अनुरोध किया है। उच्च न्यायालय की निगरानी में एक स्वतंत्र जांच भी कराई जाएगी।

माझी ने कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर जोर देते हुए कहा कि उनकी सरकार भारतीय सेना का सम्मान करती है। बयान में कहा गया, ‘‘राज्य सरकार महिलाओं की गरिमा, सुरक्षा और अधिकारों को लेकर चिंतित है।’’

ओडिशा सरकार ने भरतपुर थाने के पांच कर्मियों को निलंबित कर दिया है और ‘‘सेना अधिकारी को प्रताड़ित करने तथा उनकी मंगेतर का यौन उत्पीड़न’’ करने के आरोप में उनके खिलाफ एक मामला दर्ज किया है।

यह कथित घटना 15 सितंबर की है जब पश्चिम बंगाल में तैनात सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर ‘रोड रेज’ की शिकायत दर्ज कराने भरतपुर थाने पहुंचे थे। ‘रोड रेज’ की घटना में कुछ स्थानीय युवकों ने उनसे कथित तौर पर मारपीट की थी।

थाने में प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर दोनों का पुलिसकर्मियों से विवाद हो गया, जिसके बाद सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर से वहां कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया गया।

बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष और विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने मामले की अदालत की निगरानी में विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच कराने और न्यायिक जांच कराने की मांग की थी।

विपक्षी दल ने सरकार द्वारा न्यायिक जांच के आदेश दिए जाने के बाद मंगलवार को प्रस्तावित अपना छह घंटे का भुवनेश्वर बंद वापस ले लिया है।

भाषा

गोला नेत्रपाल

नेत्रपाल