एनएसडी का ‘भारत रंग महोत्सव’ 28 जनवरी से शुरू होगा

एनएसडी का 'भारत रंग महोत्सव' 28 जनवरी से शुरू होगा

  •  
  • Publish Date - January 22, 2025 / 08:11 PM IST,
    Updated On - January 22, 2025 / 08:11 PM IST

नयी दिल्ली, 22 जनवरी (भाषा) राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) का प्रमुख कार्यक्रम ‘भारत रंग महोत्सव’ इस बार 28 जनवरी को शुरू होगा जिसमें रूस, इटली, जर्मनी, नॉर्वे, चेक गणराज्य, ताइवान और स्पेन सहित नौ देशों की नाटक मंडलियां भाग लेंगी और 200 से अधिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी। नाट्य विद्यालय के निदेशक चित्तरंजन त्रिपाठी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

दुनिया का सबसे बड़ा रंगमंच महोत्सव माने जाने वाले ‘भारंगम’ की शुरुआत 28 जनवरी को यहां कमानी सभागार में ‘एनएसडी रिपर्टरी कंपनी’ की ओर से विशेष ‘रंग संगीत’ प्रस्तुति के साथ होगी। एनएसडी के पूर्व छात्र और अभिनेता राजपाल यादव इस साल के महोत्सव के ‘रंगदूत’ हैं।

महोत्सव के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं और इसके तहत महोत्सव में पहली बार विदेशी धरती – कोलंबो और काठमांडू – पर नाटकों का मंचन किया जाएगा।

रंगमंच उत्सव देश भर के 11 शहरों में भी मनाया जाएगा, जिनमें अगरतला, अहमदाबाद, बेंगलुरु, बठिंडा, भोपाल, गोवा, गोरखपुर, जयपुर, खैरागढ़ और रांची शामिल हैं।

यहां एनएसडी परिसर में संवाददाता सम्मेलन में त्रिपाठी ने कहा कि नाट्य विद्यालय नाटकों के विभिन्न रूपों को एक साथ लाने का प्रयास करता है।

निदेशक ने कहा कि इस महोत्सव में यौन कर्मियों और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के साथ दो अलग-अलग ‘प्रोडक्शन-ओरिएंटेड’ कार्यशाला आयोजित की जाएंगी। इन कार्यशालाओं के नाटक भी महोत्सव के दौरान दिखाए जाएंगे।

त्रिपाठी ने कहा, ‘अकेले दिल्ली में 30 से अधिक नुक्कड़ नाटक होंगे। इसके अलावा, जो भी व्यक्ति रंगमंच के प्रति उत्साही है, वह स्क्रीनिंग से पहले प्रस्तुति दे सकता है। इस तरह 200 से अधिक नाटक होंगे।’

साठ रंगमंच दिग्गजों की जूरी द्वारा चुने गए नाटकों के अलावा हबीब तनवीर, धर्मवीर भारती और मोहन राकेश जैसे दिग्गजों को उनकी प्रसिद्ध कृतियों का मंचन कर श्रद्धांजलि दी जाएगी। इनमें ‘आगरा बाजार’, ‘कनुप्रिया’ और ‘आधे अधूरे’ शामिल हैं।

पिछले वर्ष, भारत रंग महोत्सव ने समापन दिवस पर 1,585 नाटकों का प्रदर्शन कर ‘एक ही विषय पर सर्वाधिक संख्या में कलात्मक प्रस्तुतियों’ के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन में स्थान प्राप्त किया था।

इस सफलता को आगे बढ़ाने के लिए ‘भारंगम’ का लक्ष्य गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान पाना होगा।

महोत्सव का समापन 16 फरवरी को होगा।

भाषा नोमान अविनाश

अविनाश