नयी दिल्ली, 21 नवंबर (भाषा) ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि सरकार ‘उत्कल केशरी’ हरेकृष्ण महताब के लिए स्मारक स्थापित करेगी और उनके जीवन पर एक फिल्म बनायी जाएगी।
उन्होंने कहा कि समाज अब ‘‘सिर्फ एक परिवार’’ के नहीं बल्कि कई राष्ट्रीय नायकों के योगदान को जानता है।
माझी ने उड़ीसा (अब ओडिशा) के पहले मुख्यमंत्री हरेकृष्ण महताब की 125वीं जयंती के अवसर पर यहां विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए परोक्ष रूप से नेहरू-गांधी परिवार का जिक्र किया।
संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि थीं, जहां कुछ पुस्तकों के विमोचन के साथ एक विशेष स्मारक टिकट और सिक्का भी जारी किया गया।
महताब ब्रिटिश शासन के दौरान तत्कालीन उड़ीसा प्रांत के अंतिम प्रधानमंत्री थे। 1912 में बंगाल से काट कर बिहार और उड़ीसा प्रांत का गठन किया गया था। उसके बाद 1936 में उड़ीसा अलग राज्य बना। स्वतंत्रता के बाद यह भारत संघ का हिस्सा बना।
माझी ने कहा कि महताब को उनके निधन के 37 साल बाद यह ऐतिहासिक श्रद्धांजलि दी जा रही है। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘लंबे समय तक हम सिर्फ एक परिवार के योगदान को मान्यता देने में लगे रहे। यह पूरे देश में हुआ और ओडिशा में भी हुआ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह सब बदल दिया और अब हम सिर्फ एक परिवार के बजाय कई राष्ट्रीय नायकों के योगदान को जानते हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ओडिशा में भी हम अब अपने उन सभी नायकों की पूजा करने के लिए तैयार हैं जिन्होंने राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।’’
महताब के योगदान की सराहना करते हुए माझी ने कहा कि उन्होंने हीराकुंड बांध की स्थापना की और राज्य की राजधानी को कटक से भुवनेश्वर स्थानांतरित करने के निर्णय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भाषा सुरभि अविनाश
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