नई दिल्ली: nothing wrong if Girls married at 16 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल करने का फैसला लिया है। सरकार के इस प्रस्ताव पर कैबिनेट ने भी मुहर लगा दी है। वर्तमान में देश में पुरुषों के लिए शादी की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष है, जबकि महिलाओं के लिए 18 वर्ष है। लेकिन मोदी सरकार के इस फैसले पर कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने विरोध जताया है।
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nothing wrong if Girls married at 16 लड़कियों की शादी की उम्र तीन साल बढ़ाए जाने को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता एस.टी. हसन ने कहा कि मैं समझता हूं कि अगर बच्ची समझदार है तो बच्ची की शादी 16 साल की उम्र में भी हो जाए तो उसमें कोई बुराई नहीं है। अगर लड़की 18 साल की उम्र में वोट दे सकती है तो शादी क्यों नहीं कर सकती है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2020 को लाल किले की प्राचीर से अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण के दौरान लड़कियों की शादी की उम्र को 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष किए जाने संबंधी प्रस्ताव का ऐलान किया था। PM ने इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा था, ”सरकार बेटियों और बहनों के स्वास्थ्य को लेकर हमेशा से चिंतित रही है। बेटियों को कुपोषण से बचाने के लिए, ये जरूरी है कि उनकी शादी सही उम्र में हो।”
#WATCH | Girls should be married when they attain age of fertility. There is nothing wrong if a mature girl is married at 16. If she can vote at age of 18, why can't she marry?: Samajwadi Party MP ST Hasan on Govt's decision to raise legal age of marriage for women to 21 years pic.twitter.com/UZxHrMcjrh
— ANI (@ANI) December 17, 2021