नयी दिल्ली, 16 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस ने सोमवार को अर्थव्यवस्था की स्थिति, बेरोजगारी, महंगाई और वेतन में स्थिरता को लेकर सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि स्टॉक बाजार से जुड़े आरोपों के मामले में कार्रवाई नहीं करने से पारदर्शिता तथा निवेशकों के भरोसे से संबंधित सरकार के दावों की हकीकत सामने आ गई है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद केसी वेणुगोपाल ने ‘वर्ष 2024-25 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगें-प्रथम बैच’ पर चर्चा की शुरुआत करते हुए अदाणी समूह और भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) की प्रमुख से संबंधित आरोपों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार को संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग स्वीकार करनी चाहिए।
वेणुगोपाल ने कहा कि सरकार के दोहरे अंक में आर्थिक वृद्धि और महंगाई पर अंकुश के दावे पर सवाल खड़े होते हैं।
उन्होंने दावा किया, ‘‘वेतन में वृद्धि नहीं हो रही है। वेतन जो 10 साल पहले थे, वैसे ही आज हैं।’’
उनका कहना था, ‘‘वेतन में वृद्धि के मामले में ग्रामीण इलाकों में स्थिति बहुत खराब है। कृषि क्षेत्र में मजदूरी में सिर्फ 0.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।’’
वेणुगोपाल ने आरोप लगाया, ‘‘वेतन कम हो रहे हैं, लेकिन कॉरपोरेट के मुनाफे में वृद्धि हो रही है। यह आज की सच्चाई है।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री ने हर साल दो करोड़ नौकरियों के सृजन का वादा किया था। इस हिसाब से 10 साल में 20 करोड़ नौकरियों का सृजन होना चाहिए था। यह तो नहीं हुआ, लेकिन गुणवत्तापूर्ण नौकरियां खत्म हुईं हैं।’’
वेणुगोपाल के अनुसार, निर्यात में एमएसएमई की हिस्सेदारी कम हो रही है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ग्रामीण भारत कराह रहा है। मनरेगा की स्थिति खराब है। हमने इस बारे में सवाल उठाए, लेकिन सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया।’’
वेणुगोपाल ने दावा किया, ‘‘सरकार विकसित भारत की बात करती है। हम आज वैश्विक परिदृश्य में कहां खड़े हैं…आज 23 करोड़ लोग गरीबी में जीने को मजबूर हैं।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार में संघवाद पर हमला किया जा रहा है।
वेणुगोपाल ने सेबी प्रमुख (माधवी बुच) से जुड़े मामले का हवाला देते हुए कहा कि इनकी नियुक्ति किसने की?
उन्होंने कहा कि इस मामले में कार्रवाई नहीं किया जाना दिखाता है कि सरकार पारदर्शिता नहीं चाहती तथा निवेशकों के भरोसे को कायम रखने को लेकर उसकी क्या प्रतिबद्धता है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश को जवाब चाहिए कि वह पद पर क्यों बनी हुई हैं?
वेणुगोपाल ने दावा किया देश में गरीब और गरीब होते जा रहे हैं, लेकिन एक व्यक्ति है जिस सब कुछ दिया जा रहा है।
वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि यह सरकार उस उद्योगपति की है, उसके लिए है और उसके द्वारा है।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या वित्त मंत्री बताएंगी कि इन सब मामलों की जांच के लिए जेपीसी बनेगी? लोगों को पता चलना चाहिए कि स्टॉक बाजार में क्या हो रहा है?’’
वेणुगोपाल ने अपने भाषण के दौरान सदन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के मौजूद नहीं रहने को लेकर विरोध जताया।
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी सदन में मौजूद थे।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि वित्त मंत्री राज्यसभा में मौजूद हैं क्योंकि वहां नेता प्रतिपक्ष (मल्लिकार्जुन खरगे) का भाषण चल रहा है।
रीजीजू ने अदाणी से जुड़े कांग्रेस नेता के आरोपों को लेकर कहा, ‘‘आप जिस आदमी का जिक्र कर रहे हैं उसे आप लोगों ने करोड़पति बनाया, हम लोगों ने नहीं बनाया है।’’
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