इम्फाल, 26 सितंबर (भाषा) मणिपुर सरकार ने बताया कि सशस्त्र समूहों द्वारा 28 सितंबर को किसी भी प्रकार का सुनियोजित दुस्साहस करने की संभावना बहुत ही कम है।
सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह और पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह की ओर से बुधवार को जारी एक संयुक्त बयान में बताया गया, ‘‘मेइती समुदाय के लोगों पर 28 सितंबर को हमला करने के लिए म्यामां से 900 प्रशिक्षित कुकी उग्रवादियों के यहां घुसपैठ करने संबंधी सूचना की गहनता से जांच की गई है, लेकिन जमीनी स्तर पर हमें ऐसा कुछ भी नहीं मिला है। फिलहाल ऐसी किसी भी जानकारी पर विश्वास करने का कोई आधार नहीं है।’’
सिंह ने 20 सितंबर को कहा था कि सुरक्षा बलों ने ऐसी सूचनाओं के मद्देनजर कई कदम उठाए हैं कि उग्रवादी निकटवर्ती गांवों में हिंसा फैला सकते हैं।
बयान में यह भी कहा गया है, ‘‘नागरिकों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। सभी समुदायों को उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया गया है।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘लोगों को किसी भी तरह की अफवाह या अपुष्ट समाचार पर विश्वास न करने की सलाह दी जाती है।’’
इसी बीच मुख्यमंत्री के सचिव एन. ज्योफ्रे ने एक अलग बयान में कहा कि सशस्त्र समूहों के यहां घुसपैठ करने की सूचना के आधार पर इस कार्यालय ने खुफिया जानकारी साझा की थी… ताकि पुलिस विभाग अपनी मशीनरी और नेटवर्क का उपयोग कर उक्त सूचना की तह तक जाए तथा कार्रवाई कर सके।
बयान में कहा गया है, ‘‘अब यह स्पष्ट हो गया है कि सशस्त्र समूहों द्वारा इस तरह का दुस्साहस करने की संभावना बहुत कम है। इस संबंध में लोगों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।’’
मणिपुर में कांग्रेस विधायक टी लोकेश्वर ने बुधवार को कुलदीप सिंह के इस दावे पर चिंता जाहिर की थी कि 900 कुकी उग्रवादी राज्य में घुस आए हैं क्योंकि इससे इंफाल घाटी के बाहरी गांवों में दहशत फैल गई थी। उन्होंने इस दावे पर स्पष्टता की मांग की थी।
भाषा
प्रीति मनीषा
मनीषा
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