(फाइल फोटो के साथ)
शिरडी, 19 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने रविवार को कहा कि जनता के बीच खराब छवि वाले किसी भी व्यक्ति के लिए उनकी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में कोई जगह नहीं है।
अजित ने कहा कि गलत काम करने वालों को पार्टी से निकाल दिया जाएगा। वर्ष 2023 में अपने चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत कर राकांपा पर दावा करने वाले अजित पवार ने कहा कि भविष्य राकांपा का है।
उन्होंने शिरडी में राकांपा सम्मेलन में अपने समापन भाषण में कहा, ‘‘गांवों और हर गली-मोहल्ले में राकांपा कार्यकर्ता का आधार तैयार किया जाना चाहिए। सभी को समन्वय के साथ काम करना चाहिए।’’
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में राकांपा ने 41 सीटें जीतीं, जो शरद पवार की अगुवाई वाली राकांपा (शरदचंद्र पवार) से चार गुना ज्यादा है।
अजित ने कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव के बाद हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है। आगामी स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने के आकांक्षी लोगों को 25 घरों के समूह से वोट सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार कार्यकर्ताओं का चयन करना चाहिए। अगर 25 घरों में से प्रत्येक से चार वोट (राकांपा के लिए) डाले जाते हैं, तो हमें 100 वोट मिलेंगे।’’
उन्होंने राकांपा कार्यकर्ताओं से युवाओं, डॉक्टरों, इंजीनियरों और वकीलों को पार्टी से जोड़ने की अपील की। अजित ने कहा कि राकांपा से लोग जुड़ रहे हैं, लेकिन पार्टी को एकजुट रहना चाहिए और इसकी छवि प्रभावित नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘जनता के बीच खराब छवि वाले व्यक्ति के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है। कोई भी गलत आचरण नहीं होना चाहिए। जो लोग गलत काम करेंगे, उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाएगा।’’
अजित की यह टिप्पणी सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले में राकांपा नेता और महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे की विपक्षी दलों द्वारा की गई आलोचना की पृष्ठभूमि में आई है।
उन्होंने चिकित्सा सहायता और ‘‘आश्वासन कार्यान्वयन’’ प्रकोष्ठों के गठन की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘चिकित्सा सहायता प्रकोष्ठ हर मंत्री के कार्यालय में होगा।
अजित ने कहा कि राकांपा गणेश उत्सव तक हर निर्वाचन क्षेत्र में कम से कम एक चुनावी वादा पूरा करने की कोशिश करेगी।
भाषा आशीष नरेश
नरेश