पलक्कड़ (केरल), दो सितंबर (भाषा) उत्तर केरल के पलक्कड़ जिले में माथुर गांव पंचायत ने एक अनूठी पहल के तहत अपने कार्यालय परिसर में ‘सर’ और ‘मैडम’ जैसे औपनिवेशिक काल के आदरसूचक शब्दों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है।
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इसका मकसद आम जनता, जन प्रतिनिधियों और नगर निकाय अधिकारियों के बीच खाई को भरना और एक-दूसरे के बीच प्यार तथा विश्वास बढ़ाना है।
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इसके साथ ही माथुर इस तरह की सलामी के इस्तेमाल पर रोक लगाने वाला देश का पहला नगर निकाय बन गया है। पंचायत परिषद की हाल की एक बैठक में सर्वसम्मति से ऐतिहासिक फैसला लिया गया और नए नियम का क्रियान्वयन शुरू किया गया।
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राजनीतिक मतभेदों को भूलकर 16 सदस्यीय कांग्रेस शासित गांव में माकपा के सात सदस्यों और भाजपा के एक सदस्य ने इस हफ्ते की शुरुआत में इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया था।