तिरुवल्लुवर के जन्मदिवस की सही तिथि बताने के लिए कोई पुख्ता सामग्री उपलब्ध नहीं: उच्च न्यायालय

तिरुवल्लुवर के जन्मदिवस की सही तिथि बताने के लिए कोई पुख्ता सामग्री उपलब्ध नहीं: उच्च न्यायालय

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  • Publish Date - September 18, 2024 / 06:26 PM IST,
    Updated On - September 18, 2024 / 06:26 PM IST

चेन्नई, 18 सितंबर (भाषा) मद्रास उच्च न्यायालय ने कहा है कि तमिल संत-कवि तिरुवल्लुवर के जन्मदिवस की सही तिथि को दर्शाने के लिए कोई ठोस सामग्री नहीं है। इसके साथ ही न्यायालय ने बुधवार को उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें तमिलनाडु सरकार द्वारा तमिल माह ‘थाई’ (जनवरी) के दूसरे दिन तिरुवल्लुवर का जन्मदिन मनाये जाने को अमान्य घोषित करने का अनुरोध किया गया था।

न्यायमूर्ति एम. दंडपाणी ने तिरुवल्लुवर थिरुनट कषगम के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. सैमी त्यागराजन द्वारा दायर याचिका को खारिज कर दिया।

न्यायाधीश ने कहा कि महान संत तिरुवल्लुवर ने अपने बहुचर्चित दोहों के माध्यम से संहिताबद्ध जीवन व्यतीत किया, जो ‘तिरुक्कुरल’ नामक संकलन में शामिल हैं।

महान कृति तिरुक्कुरल तमिलों की महान संस्कृति और भाषा की महानता का भी प्रमाण है, जिसके समृद्ध भाषाई और सांस्कृतिक मूल्य की व्याख्या के लिए अतिरिक्त शब्दों की आवश्यकता नहीं है।

न्यायाधीश ने कहा कि पूरी याचिका में तिरुवल्लुवर के जन्मदिवस को प्रमाणित करने वाला एक भी कथन या कोई पुख्ता सामग्री नहीं है।

न्यायाधीश ने कहा कि किसी ठोस सबूत के अभाव में अदालत प्राधिकारियों को याचिकाकर्ता द्वारा दावा किए गए जन्मदिन को तय करने के लिए कोई सकारात्मक निर्देश नहीं दे सकती।

अदालत ने कहा कि तमिल माह ‘थाई’ का दूसरा दिन, जिसे प्राधिकारियों द्वारा तिरुवल्लुवर दिवस के रूप में चिह्नित किया गया है, उसमें कहीं भी यह नहीं लिखा है कि यह महान संत का जन्मदिन है।

सरकारी आदेश में इस बात का कोई उल्लेख नहीं है कि यह तिरुवल्लुवर का जन्मदिन था और केवल उसी को मनाने के लिए तमिल महीने ‘थाई’ का दूसरा दिन निर्धारित किया गया था।

भाषा

देवेंद्र नरेश

नरेश