छत्रपति संभाजीनगर, 31 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री संजय शिरसाट ने शुक्रवार को कहा कि रायगढ़ और नासिक के प्रभारी मंत्री नहीं होने से इन दोनों जिलों के विकास में कोई बाधा नहीं आएगी।
इस मुद्दे पर सत्तारूढ़ गठबंधन ‘महायुति’ में कथित खींचतान के बीच दोनों जिलों के प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति पर पहले ही रोक लगा दी गयी थी।
अटकलें लगाई जा रही थीं कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना इस बात से नाखुश थी कि सूची में पार्टी से अधिक संख्या में नाम नहीं थे।
राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री शिरसाट ने यहां कहा, ‘‘प्रभारी मंत्रियों की अनुपस्थिति से रायगढ़ और नासिक के विकास में बाधा नहीं आएगी। दोनों जिलों में चल रहे कार्यों की निगरानी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और दोनों उपमुख्यमंत्रियों (शिंदे और अजित पवार) द्वारा की जा रही है।’’
शिरसाट शिवसेना के प्रवक्ता भी हैं।
राज्य सरकार ने 18 जनवरी को जिलों के प्रभारी मंत्रियों की सूची जारी की थी, जिसमें राकांपा की अदिति तटकरे को रायगढ़ और भाजपा नेता गिरीश महाजन को नासिक की जिम्मेदारी दी गई थी।
हालांकि, असंतोष की खबरों के बीच सामान्य प्रशासन विभाग ने 19 जनवरी को एक आदेश जारी कर इन दोनों नियुक्तियों पर रोक लगा दी थी।
शिरसाट ने दावा किया, ‘‘नासिक और रायगढ़ का मुद्दा (प्रभारी मंत्रियों के संबंध में) आज समाप्त हो जाएगा।’’
भाषा राजकुमार संतोष
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