नई दिल्ली: निर्भया के दोषी मुकेश द्वारा दया याचिका लगाए जाने के बाद उनकी फांसी की तारीख टल गई है। मुकेश की याचिका को मंत्रालय ने गुरुवार रात गृह विभाग को भेजा गया है। अब निर्भया के दोषियों की फांसी तारीख राष्ट्रपति भवन से दया खचिका खारीज होने के बाद तय होगी। बता दें कि इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने निर्भया के दोषियों को 22 जनवरी को फांसी दिए जाने पर रोक लगा दी है। अदालत ने मुकेश की दया याचिका पर फैसला न होने के चलते तारीख को टालने का आदेश दिया है।
वहीं, दूसरी ओर निर्भया के दोषियों को फांसी देने में देरी होने पर निर्भया के परिजनों ने सीएम अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। निर्भया के पिता ने एक मीडिया चैनल से बात कर अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली सरकार तब तक सो रही थी, जब तक हमारी ओर से कोई पहल नहीं की गई थी। तक दिल्ली सरकार ने जेल प्रशासन से क्यों नहीं कहा कि निर्भया के आरोपियों को फांसी देने के लिए नोटिस जारी करे। उन्होंने सीधे तौर पर केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा है कि अरग चुनाव से पहले दोषियों को फांसी नहीं दी गई तो इसके जिम्मदार अरविंद केजरीवाल होंगे। वे सत्ता में वापसी के लिए निर्भया का इस्तेमाल कर रहे हैं।
#WATCH Asha Devi, mother of 2012 Delhi gang-rape victim: Till now, I never talked about politics, but now I want to say that those people who held protests on streets in 2012, today the same people are only playing with my daughter’s death for political gains. pic.twitter.com/FvaC89TwKI
— ANI (@ANI) January 17, 2020
निर्भया की मां आशा देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि सरकार चुप है, कोर्ट चुप है, कानून में कमियां हैं। जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला 2017 में आ गया, तब मैं दिल्ली सरकार के पास गई, केंद्र के पास गई। आखिर दोषियों को इतना अधिकार क्यों? 2012 में जब घटना हुई तो इन्हीं लोगों ने तिरंगे लेकर और काली पट्टी बांधकर खूब नारे लगाए। लेकिन आज यही लोग बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मैं यह कहना चाहूंगा कि ये लोग अपने फायदे के लिए उनकी फांसी को रोके हैं। मैं पीएम मोदी से यही कहना चाहती हूं कि आपने जिस तरह से तमाम किए हैं, उसी तरह बच्ची की मौत के साथ मजाक न होने दीजिए।
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