नई दिल्ली। दिल्ली के दरिंदों को अब फांसी पर चढ़ाए जाने का रास्ता साफ होते दिख रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज दोषी पवन गुप्ता की दया याचिका को खारिज कर दिया। दया याचिका खारिज होने के साथ ही अब चारों दोषियों के पास बचे सभी कानूनी विकल्प खत्म हो चुके हैं। ऐसे में अब फांसी के फंदे पर चढ़ना दोषियों का तय है।
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दया याचिका खारिज होने के बाद अब तिहाड़ जेल प्रशासन पटियाला हाउस कोर्ट में नए डेथ वारंट की अपील करेगा। खबरों की माने तो चारों आरोपियों की इसी महीने ही फांसी पर चढ़ाया जा सकता है।
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बता दें कि जज नया डेथ वारंट जारी करते हैं तो वह 14 दिन बाद का देते हैं। ऐसे में 14 दिन का समय मार्च में ही आएगा। ऐसे में दोषियों को फांसी मार्च में ही होना तय है। इससे पहले कोर्ट ने फांसी के 12 घंटे पहले ही फंसी पर रोक लगा दी गई थी। कोर्ट ने दोषियों को 3 मार्च की सुबह 6 बजे फांसी देने का फैसला सुनाया था। लेकिन 2 मार्च को कोर्ट से फांसी पर रोक लग गई।
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