एनआईए ने जैश सरगना मसूद अजहर के करीबी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया

एनआईए ने जैश सरगना मसूद अजहर के करीबी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया

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  • Publish Date - November 15, 2023 / 05:14 PM IST,
    Updated On - November 15, 2023 / 05:14 PM IST

नयी दिल्ली, 15 नवंबर (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने सुरक्षाबलों पर कथित तौर पर हमला कर जम्मू-कश्मीर की शांति और सदभाव को भंग करने के मामले में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर अल्वी का दाहिना हाथ माने जाने वाले मुहम्मद दिलावर इकबाल और कुपवाड़ा निवासी मोहम्मद उबैद मलिक के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

एजेंसी ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके)के अब्बासपुर निवासी मुहम्मद दिलावर इकबाल ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में युवाओं को आतंकवादी कृत्यों के लिए उकसाने के लिए भड़काऊ भाषण दिए थे और उसे माज खान कश्मीरी और आजाद कश्मीरी सहित कई उपनामों से जाना जाता है।

जम्मू में एक विशेष अदालत में दायर आरोप पत्र में एनआईए ने आरोप लगाया कि दिलावर इकबाल, मसूद अजहर का करीबी सहयोगी था और उसने उबैद मलिक को जैश में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।

एनआईए ने आरोप लगाया है कि दिलावर इकबाल क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और उनके सहयोगियों द्वारा रची गई एक बड़ी साजिश के तहत कश्मीरी युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रेरित कर रहा था।

एनआईए के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘दिलावर, चरमपंथी पृष्ठभूमि वाले युवाओं को भड़काऊ ऑडियो क्लिप और वीडियो के साथ-साथ मौलाना मसूद अजहर अल्वी की तस्वीरें साझा करके उन्हें जिहाद के लिए उकसाता था जिसमें अजहर को कट्टरपंथी इस्लाम का प्रचार करते हुए दिखाया जाता था।’’

उन्होंने बताया, ‘‘वह कश्मीर में मुठभेड़ों से जुड़े वीडियो भी भेजता था और युवाओं को हथियार उठाने के लिए उकसाता था।’’

एनआईए स्वत: संज्ञान लेकर आतंकवादी साजिश के मामले की 21 जून 2022 से ही जांच कर रही है। यह मामला पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी संगठन द्वारा ‘‘जम्मू कश्मीर में चिपकाने वाले बम, आईईडी और छोटे हथियारों से हिंसक हमले आदि करने की’’साजिश से जुड़ा है ताकि केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादी हमलों और हिंसा को अंजाम दिया जा सके।

एजेंसी ने आरोप लगाया,‘‘इसमें स्थानीय युवाओं को कट्टरपंथी बनाना और नवगठित आतंकवादी समूहों जैसे – द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ), यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू एंड कश्मीर (यूएलएफजेएंडके), मुजाहिदीन गजवत-उल-हिंद (एमजीएच), जम्मू एंड कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स (जेकेएफएफ), कश्मीर टाइगर्स, पीएएएफ और अन्य के ओवरग्राउंड कार्यकर्ताओं को संगठित करना शामिल है।’’

एनआईए ने आरोप लगाया, ‘‘ये संगठन लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन, अल बद्र, अलकायदा आदि जैसे प्रतिबंधित संगठनों से भी जुड़े थे।’’

भाषा धीरज माधव

माधव