Publish Date - July 7, 2019 / 09:57 AM IST,
Updated On - November 29, 2022 / 08:51 PM IST
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली के खाली किए गए बंगले में दूसरे मंत्री रहने में कतरा रहे हैं। बंगले में नहीं रहने के अलग अलग कारण बताए जा रहे हैं। दरअसल कुछ समय से बीमार चल रहे पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपना कृष्णा मेनन मार्ग स्थित सरकारी बंगला खाली कर दिया है। लेकिन इस खाली बंगले में कोई मंत्री रहने को तैयार नहीं है। वास्तु दोष को इसके पीछे की वजह बताई जा रही है।
मंत्रियों का कहना है कि इस बंगले में आने के बाद से अरुण जेटली को स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियां सामने आने लगीं। इससे पहले अरुण जेटली साउथ दिल्ली के कैलाश कॉलोनी स्थित अपने निजी आवास में रहते थे। जेटली से पहले इस बंगले में कांग्रेस नेता और पूर्व दूरसंचार मंत्री सुखराम भी रह चुके हैं।
सुखराम भी टेलीकॉम घोटाले में फंसे थे। उनके बाथरूम से करेंसी नोट भी बरामद हुए थे। समाजवादी पार्टी के संरक्षक और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुलायम सिंह यादव भी इस बंगले में रह चुके हैं। कहा जा रहा है कि इस बंगले में रहने के दौरान ही उन्हें स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा।
इससे पहले सुषमा स्वराज के बंगले में भी कोई रहने को तैयार नहीं था। भोपाल में सुषमा स्वराज को सी-7 सिविल लाइंस स्थित में मिले सरकारी बंगले में भी वास्तु दोष के कारण कोई भी नेता उसमें जाने को तैयार नहीं है।