मंडेला, पुतिन, खातमी और ओबामा भी रह चुके हैं गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि

मंडेला, पुतिन, खातमी और ओबामा भी रह चुके हैं गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि

  •  
  • Publish Date - January 26, 2025 / 11:35 AM IST,
    Updated On - January 26, 2025 / 11:35 AM IST

नयी दिल्ली, 26 जनवरी (भाषा) इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो इस साल के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं, लेकिन इससे पहले भी कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारतीय लोकतंत्र के इस जश्न में का हिस्सा बन चुके हैं।

इनमें दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और ईरान के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी प्रमुख हैं।

पिछले साल फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे, जबकि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी ने 2023 में इस अवसर की शोभा बढ़ाई थी।

कोविड-19 महामारी के मद्देनजर 2021 और 2022 में गणतंत्र दिवस समारोह पर कोई मुख्य अतिथि नहीं था।

वर्ष 2020 में ब्राजील के तत्कालीन राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो गणतंत्र-दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे।

दक्षिण अफ़्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा 2019 में गणतंत्र-दिवस परेड में मुख्य अतिथि थे, जबकि 2018 में सभी 10 ‘आसियान’ देशों के नेताओं ने समारोह में भाग लिया था।

वर्ष 2017 में अबू धाबी के तत्कालीन युवराज और वर्तमान में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान समारोह में मुख्य अतिथि थे, जबकि 2016 में फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई थी।

बराक ओबामा ने अमेरिकी राष्ट्रपति रहते वर्ष 2015 में मुख्य अतिथि के रूप में परेड देखी थी।

वर्ष 2014 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे समारोह में मुख्य अतिथि थे, जबकि भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक 2013 में परेड के साक्षी बने थे।

गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वाले राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों में निकोलस सरकोजी, व्लादिमीर पुतिन, नेल्सन मंडेला, जॉन मेजर, मोहम्मद खातमी और जैक्स शिराक शामिल हैं।

मंडेला ने 1995 में तत्कालीन दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति के रूप में भाग लिया था, जबकि दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली म्युंग बाक ने 2010 में परेड देखी।

वर्ष 2008 में सरकोजी ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति के रूप में समारोह में भाग लिया था, जबकि एक अन्य फ्रांसीसी राष्ट्रपति शिराक ने 1998 में इस अवसर की शोभा बढ़ाई थी।

भाषा हक प्रशांत

प्रशांत