नई दिल्ली। पीएम नरेन्द्र मोदी को मिले उपहारों और स्मृति चिह्नों की ई-नीलामी की जाएगी। इसी सिलसिले में प्रहलाद सिंह पटेल ने प्रधानमंत्री को उपहार में दिए गए स्मृति चिन्हों की ई-नीलामी की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय का दौरा किया।
राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी को मिले राष्ट्रीय गौरव से जुड़े उपहारों और स्मृति चिह्नों की ई-नीलामी आमजन के लिए बड़ा अवसर है। वे इन यादगार स्मृतियों को अपने पास रखने के साथ गंगा नदी के संरक्षण में योगदान दे सकेंगे। इस नीलामी से मिला धन ‘नमामि गंगे’ परियोजना को समर्पित होगा।
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दिल्ली की राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा में ई-नीलामी के लिए रखे गए उपहारों व स्मृति चिह्नों की प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि नरेन्द्र मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने मां गंगा के संरक्षण के लिए खुद को मिले सभी उपहारों को नीलाम करने का फैसला किया है।
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यह ई-नीलामी 17 सितंबर से सात अक्टूबर तक वेब पोर्टल www.pmmementos.gov.in के माध्यम से आयोजित की गई है, जिसमें 1348 उपहारों और स्मृति चिन्हों शामिल किया गया है। इन स्मृति चिन्हों में टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों और टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों के विजेताओं द्वारा पीएम मोदी को उपहार में दिए गए उपकरण भी शामिल हैं।
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पटेल ने कहा कि ई नीलामी आम लोगों को प्रधानमंत्री जी को उपहार में दी गई यादगार स्मृतियों को रखने का अवसर प्रदान करती है और साथ ही गंगा नदी के संरक्षण में योगदान भी देगी। उन्होंने इस पहल के लिए पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया।
पटेल ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा का भाला देखा, जिसका बेस प्राइस एक करोड़ रुपए रखा गया है। ओलंपिक में विजय पताका फहराने वाली पीवी सिंधु का रैकेट, जिसका बेस प्राइस 80 लाख रखा गया है। अन्य दिलचस्प कलाकृतियों में अयोध्या राम मंदिर, चारधाम, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, मॉडल, मूर्तियां, पेंटिंग और अंगवस्त्र की प्रतिकृति शामिल हैं।