Navjot Singh Sidhu will be produced in Ludhiana court today

Navjot Singh Sidhu : आज लुधियाना कोर्ट में होगी नवजोत सिंह सिद्धू की पेशी, जान को खतरा बताकर मांगी सुरक्षा

Navjot Singh Sidhu :  कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की आज लुधियाना की अदालत में पेशी है। पेशी से पहले सिद्धू ने अपनी

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:33 PM IST, Published Date : October 21, 2022/11:43 am IST

चंडीगढ़ : Navjot Singh Sidhu :  कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की आज लुधियाना की अदालत में पेशी है। पेशी से पहले सिद्धू ने अपनी जान को खतरा बताकर अपने लिए सुरक्षा मांगी थी। इसके लिए सिद्धू ने जेल अधीक्षक को पत्र लिखा था। इसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सिद्धू को सुरक्षा प्रदान करने के आदेश दिए है। बता दें कि सिद्धू को जेड प्लस सुरक्षा मिली थी लेकिन जेल जाने के बाद पंजाब सरकार ने उनसे सुरक्षा वापस ले ली थी।

यह भी पढ़ें : गोविंदा ने खुलेआम पत्नी को किया Kiss, स्टेज पर पति-पत्नी का रोमांस देखकर बेटी ने छिपा लिया चेहरा

पटियाला केंद्रीय जेल में बंद है नवजोत सिंह सिद्धू

Navjot Singh Sidhu :  बता दें कि, नवजोत सिंह सिद्धू रोडरेज मामले में पटियाला केंद्रीय जेल में बंद है। उन्हें लुधियाना की एक कोर्ट ने आज यानी 21 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया है। सिद्धू द्वारा एक पूर्व मंत्री के खिलाफ उत्पीड़न से संबंधित मामले में कोर्ट में पेश होना है। उन्हें बर्खास्त पुलिस डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों द्वारा पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु के खिलाफ दायर एक मामले में अदालत में बतौर गवाह पेश होना है। बतौर स्थानीय निकाय मंत्री सिद्धू ने इस मामले में जांच के आदेश दिए थे।

यह भी पढ़ें : इंटरपोल की 90वीं महासभा को संबोधित करेंगे गृह मंत्री अमित शाह, पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन 

ये है पूरा मामला

Navjot Singh Sidhu : चार साल पहले एक आरटीआई एक्टिविस्ट कुलदीप खैरा ने एक ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के निर्माण पर अनियमितता बरतने के आरोप लगाया था। उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग की थी। तत्कालीन स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने इस मामले की जांच उस दौरान पूर्व डीएसपी बलविंदर सेखों को दी थी। सेखों ने इसकी रिपोर्ट भी विभाग में सबमिट कर दी थी। हालांकि इसी दौरान पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु के साथ सेखों की बहस हो गई थी और बाद में सेखों को नगर निगम के पद से हटाकर कमांडो में तैनात कर दिया गया था। सेखों की ओर से कोर्ट में सरकारी कर्मचारी को धमकाने, सरकारी काम में बाधा डालने और जान से मारने की धमकियां देने का केस दायर किया था।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें