Publish Date - November 26, 2024 / 12:29 PM IST,
Updated On - November 26, 2024 / 12:29 PM IST
नईदिल्ली: Navjot Singh Sidhu पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी पूरी तरह से ठीक हो गई है। उन्होंने इस बात की जानकारी अपने सोशल मीडिया एक्स पर दी है। सिद्धू ने दावा किया है कि उनकी पत्नी को जो डाइट दी गई उससे उन्हे काफी फायदा और राहत मिला है। उन्होंने लंबा नोट शेयर किया है साथ में लिखा है कि इलाज में सर्जरी, कीमोथेरपी, हॉर्मोनल और टारगेटेड थेरपी का भी अहम रोल रहा।
Navjot Singh Sidhu दरसअल, कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पत्नी की ब्रेस्ट कैंसर से लड़ाई खत्म हो गई है और नीम, हल्दी, नींबू, पानी और चुकंदर जैसे प्राकृतिक उपचारों ने उन्हें इससे निपटने में मदद की है।
कांग्रेस ने नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने पोस्ट में लिखा है कि ‘सिद्धू ने पोस्ट किया है, मेरी पत्नी की कैंसर से जंग में सर्जरी, कीमोथेरपी, हॉर्मोनल और टारगेटेड थेरपी, सकारात्मकता और कैंसर से लड़ने का दृढ़ संकल्प शामिल था। इस सब को बल मिला एक सख्त आहार योजना और जीवनशैली से जो प्राचीन भारतीय आयुर्वेद, योशिनोरी ओसुमी के ऑटोफैगी के लिए नोबल पुरस्कार से सम्मानित रिसर्च और दुनियाभर के प्रख्यात डॉक्टर के अलोकनों द्वारा प्रेरित है।’
पोस्ट में लिखा है, आपके पानी का आदर्श पीएच स्तर 7 (क्षारीय जल) होना चाहिए ताकि आपकी रिकवरी को बढ़ावा मिल सके।
इलायची, तुलसी, पुदीना, अदरक और दालचीनी के काढ़े का सेवन करें। इसका चाय के विकल्प के रूप में सेवन करें।
रात के खाने और नाश्ते के बीच 12 से 17 घंटे का अंतकर देकर, रात का खाना सूर्यास्त से पहले, अगले दिन का पहला भोजन सबह 10 बजे (भारत में एक प्राचीन प्रथा) के साथ उपवास का पालन करें।
सुबह गर्म पानी, नींबू का रस और एक चम्मच सेब के सिरके के साथ दिन की शुरुआत करें। वैकल्पिक दिनों पर कच्चे लहसुन के दो टुकड़ों को भी साथ में खाएं। इसके बाद एक इंच कच्ची हल्दी/ हल्दी पाउडर और 9 से 10 नीम के पत्ते का सेवन करें।
शहतूत, ब्लैकबेरी, स्ट्रॉबेरी या अनार जैसे फल, गाजर, चुकंदर और आंवले का रस, एक चम्मच मिश्रित बीच (सफेद तिल, सूरजमुखी के बीच, अलसी/चिया सीड्स) का सेवन करें।
3 टुकड़े अखरोट, 2 टुकड़े ब्राजील नट्स या बादाम (सभी नट्स को रातभर भिगोना चाहिए) स्नैकिंग के लिए मखाना सेंधा नमक के साथ और हेल्दी फैटी एसिड्स के लिए नारियल मलाई या एवोकाडो का सेवन करें।
दोपहर में जब भी भूख लगे सफेद पेठा का रस या संतरे, हल्दी, अदरक का जूस या अदरक, खीरा और अनानास का जूस या घिया का जूस का सेवन करें।
दिन में एक बार हनुमान फल या शृंगार के काढ़े का सेवन करें।
शरीर के वजन के 1 प्रतिशत के हिसाब से सलाद का सेवन करें (उदाहरण के लइए 70 किलो के लिए ढाई सौ ग्राम, जिसमें टमाटर, पालक, मशरूम, गाजर, प्याज, मूली, खीरा, चुकंदर, शकरकंद, एवोकाडो, ब्रोकली, हरी बीन्स, हरी-पीली-लाल शिमला मिर्च शामिल हो। (कच्चे संयोजन में से कोई भी 4-5 चुकंदर/शकरकंद को पकाया जाना चाहिए।
पके हुए भोजान का सीमित सेवन- 2 पकी सब्जियां या 1 पकी सब्जी और दालें या चाना या राजमा। एक से ज्यादा सर्विंग नहीं। अगर खाएं तो रातभर भिगोएं।
दिन में कभी भी खासकर अंतिम भोजन के बाद गुनगुने पानी के साथ 2 चम्मच इसबगोगल का सेवन जरूरी है।
कैंसर सेल्स को जिंदगी देने वाले फूड्स जैसे कार्बोहाइड्रेट, रिफाइंड शुगर, रिफाइंड तेल मिल्क प्रोडक्ट या किसी तरह के पैक्ड फूड जिनमें प्रिजर्वेटिव्स हों उन्हें बिल्कुल न खाएं।कोल्ड प्रेस्ड कोकोनट ऑइल, कोल्ड प्रेस मस्टर्ड ऑइल, कोल्ड प्रेस रिफाइंड का इस्तेमाल करें। कोई रिफाइंड ना यूज करें।
चपाती और रोटी सिर्फ किनोआ/बादाम/सिंघाड़े के आटे की बनाएं। चावल की जगह किनोआ खाएं यह एंटी कैंसर और एंटी इनफ्लेमेटरी होता है।
दूध को होममेड बादाम मिल्क, कोकोनट मिल्क और कोकोनट कर्ड से रिप्लेस करें।
कभी-कभी करेले का जूस साथ में संतरे या चकोतरे का जूस ले सकते हैं।
रोजाना 50-70 ग्राम तक पत्तियां- पालक, नीम, करी पत्ता, लेटस, धनिया, पुदीना, मूली के पत्ते, चुकंदर के पत्ते या कोई भी सलाद जो कि ग्रीन ब्लड के नाम से जाना जाता है।
दाल, चना, राजमा लिमिटेड खाएं- 1 कटोरी से ज्यादा नहीं।
कोई भी कोल्डड्रिंक नहीं, सफेद नमक की जगह पिंक सॉल्ट।
योग, वॉक या किसी भी तरह की एक्सरसाइज करें ये आपकी दवाओं के असर को बढ़ाएंगे। क्योंकि एक्सरसाइज के दौरान हीलिंग एंजाइम रिलीज करती है।
पॉजिटिव माइंड सेट के साथ परिवार और दोस्तों का सपोर्ट।
सारे फल सब्जियां बेकिंग सोडा से धोएं फिर पानी में एक चुटकी नमक डालकर।
मीठा पसंद है तो कभी-कभी खजूर खा सकते हैं जिनमें चीनी की कोटिंग न हो।