भुवनेश्वर: विधानसभा चुनावों में बीजेपी के हाथों मिली हार के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया हैं। नवीन पनायक 24 सालों तक मुख्यमंत्री रहे। इस बार हुए विधानसभा के चुनाव में उनके बीजू जनता दल को 147 में 51 सीटों पर ही जीत हासिल हुई। इस तरह वह 74 के जादुई आंकड़े से दूर रह गये।
बता दें कि ओडिशा में साल 2000 से बीजू जनता दल की सरकार है और नवीन पटनायक तब से लगातार राज्य के मुख्यमंत्री बने हुए थे। उन्होंने 5 मार्च 2000 को पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। शुरुआदी दौर में भाजपा और बीजू जनता दल दोनों दो विधानसभा चुनाव- 2000 और 2004 मिलकर लड़ी थी, तब बीजद ने 68 और भाजपा ने 38 सीटें जीती थीं। साल 2000 में 147 सदस्यीय विधानसभा में 106 सीटें जीतकर दोनों पार्टियों ने पहली बार गठबंधन की सरकार बनाई थी और कांग्रेस को राज्य की सत्ता से बेदखल कर दिया था।
2004 के चुनाव में भी भाजपा और BJD ने कुल 93 सीटें जीतीं थीं और दोबारा सत्ता में वापसी की थी लेकिन 2009 के बाद से दोनों की राहें जुदा हो गई थीं। 2009 के असेंबली चुनाव से पहले दोनों की 11 साल की दोस्ती टूट गई थी। इस बार के चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवीन पटनायक और उनकी पार्टी पर काफी हमलावर थी। भाजपा ने वहां चुनाव जीतने के लिए पूरा जोर लगा दिया था। लोकसभा चुनावों में भी बीजद की करारी हार हुई है। राज्य में लोकसभा की 21 सीटों में से 19 पर भाजपा और एक-एक पर बीजद और कांग्रेस ने जीत दर्ज की है।
#WATCH ओडिशा के निवर्तमान मुख्यमंत्री और बीजद प्रमुख नवीन पटनायक ने आज भुवनेश्वर के राजभवन में राज्यपाल रघुबर दास से मुलाकात की और अपना इस्तीफा सौंप दिया।
बीजद ओडिशा विधानसभा चुनाव हार गई और राज्य की कुल 147 सीटों में से सिर्फ 51 सीटें जीत पाई।
(सोर्स: सूचना एवं जनसंपर्क… pic.twitter.com/ZvPId6d9cR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 5, 2024