बढ़ेगी मुस्लिम महिलाओं के निकाह की उम्र! मुस्लिम राष्ट्रीय मंच शुरू करेगा राष्ट्रव्यापी अभियान

मुस्लिम महिलाओं की विवाह की आयु बढ़ाने के लिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करेगा Muslim Rashtriya Manch to launch nationwide campaign to raise marriage age of Muslim women

  •  
  • Publish Date - March 5, 2022 / 06:14 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:00 PM IST

नयी दिल्ली, 5 मार्च । marriage age of Muslim women: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच मुस्लिम महिलाओं के विवाह की न्यूनतम आयु बढ़ाने के लिए पर्सनल लॉ में संशोधन करने के वास्ते राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करेगा, ताकि इस विषय को जनांदोलन बनाया जा सके । आरएसएस के करीब माने जाने वाले मंच के सूत्रों ने बताया कि मंच इस अभियान के तहत मस्जिदों में महिलाओं के नमाज अदा करने के वास्ते अलग से स्थान बनाने की मांग को लेकर जनसमर्थन जुटाने का प्रयास करेगा।

read more: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच राफेल ने पाक-बॉर्डर पर मचाई तबाही.. एक मिनट में 2500 फायर..148 फाइटर जेट की गड़गड़ाहट ने ‘दुश्मन’ देश में मचाई खलबली

ज्ञात हो कि अभी मुस्लिम पर्सनल लॉ (शरीयत) अनुपालन कानून के तहत मुस्लिम महिलाओं के लिए विवाह की न्यूनतम आयु उनकी तरुणाई को प्राप्त करना है। मंच के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा, ‘‘यह बेहद प्रतिगामी है।’’

उन्होंने कहा कि शिक्षित एवं प्रगतिशील परिवारों के अलावा मुस्लिम महिलाओं की शादी कम आयु में ही हो जाती है, क्योंकि शरिया कानून के तहत तरुणाई प्राप्त करने पर वह विवाह के योग्य हो जाती हैं। उन्होंने दावा किया कि कई लड़कियों, खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में, का विवाह 12-13 वर्ष की कम आयु में ही हो जाती है और 20 वर्ष की आयु होने तक उनके कई बच्चे हो जाते हैं ।

read more: आयुष डॉक्टरों की सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई, आज 10वें दिन पैदल मार्च कर भरी हुंकार

उन्होंने कहा कि ऐसे में मुस्लिम महिलाओं के विवाह की न्यूनतम आयु को बढ़ाने की जरूरत है और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच इस उद्देश्य से पर्सनल लॉ में संशोधन करने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करेगा, ताकि विवाह की न्यूनतम आयु को बढ़ाया जा सके ।