मुर्मू ने त्रिपुरा में चाय बागान श्रमिकों से पूछा : क्या आप मुख्यमंत्री को पहचान सकते हैं

मुर्मू ने त्रिपुरा में चाय बागान श्रमिकों से पूछा : क्या आप मुख्यमंत्री को पहचान सकते हैं

मुर्मू ने त्रिपुरा में चाय बागान श्रमिकों से पूछा : क्या आप मुख्यमंत्री को पहचान सकते हैं
Modified Date: November 29, 2022 / 07:54 pm IST
Published Date: October 12, 2022 4:00 pm IST

बामुतिया (त्रिपुरा), 12 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को पश्चिम त्रिपुरा जिले के नरसिंहगढ़ में राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एनएलयू) का उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति मुर्मू त्रिपुरा की अपनी पहली यात्रा पर हैं और उनकी यह यात्रा दो दिनों की है।

मुर्मू सुबह 11.15 बजे अगरतला हवाई अड्डा पहुंची, जहां राज्यपाल सत्य नारायण आर्य, मुख्यमंत्री माणिक साहा और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने उनकी अगवानी की।

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हवाई अड्डे पर उन्हें त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) द्वारा ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।

हवाई अड्डे से वह (एनएलयू के) उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने के लिए नरसिंहगढ़ गई थीं। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री और त्रिपुरा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत मोहंती भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम में कानून और संसदीय कार्य मंत्री रतन लाल नाथ भी मौजूद थे।

इसके बाद मुर्मू ने जिले के मोहनपुर अनुमंडल के दुर्गाबाड़ी चाय बागान का दौरा किया और इसके कर्मचारियों से बातचीत की।

उन्होंने चाय बागान की पांच-छह महिला श्रमिकों में से एक अष्टमी मुंडा से पूछा, ‘‘क्या आप अपने बच्चों को स्कूल भेजती हैं? अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजें। क्या आपको मुफ्त चावल और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है?’’

मुर्मू ने बागान श्रमिकों से यह भी पूछा कि क्या वे मुख्यमंत्री (माणिक) साहा और स्थानीय विधायक कृष्णधन दास को उनके साथ आए लोगों में से पहचान सकते हैं?

उन्होंने श्रमिकों से पूछा, ‘‘क्या आप मुख्यमंत्री माणिक साहा और विधायक कृष्णधन दास की पहचान कर सकते हैं?’’ इस सवाल का जवाब श्रमिकों ने ‘हां’ में दिया।

उन्होंने बागान श्रमिकों से कहा, ‘‘वे स्थानीय हैं… अगर आपकी कोई मांग या समस्या है तो उनसे संपर्क करें।’’

विधायक कृष्णधन दास ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि (राष्ट्रपति की) बातचीत उल्लेखनीय थी।

उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार किसी राष्ट्रपति ने हमारे चाय बागान का दौरा किया। यह बहुत अच्छा अहसास था।’’

राष्ट्रपति के सम्मान में उद्यान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।

भाषा सुरेश अविनाश

अविनाश

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