बेंगलुरु, छह नवंबर (भाषा) भाजपा ने मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) मामले में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से लोकायुक्त पुलिस की पूछताछ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह “मैच फिक्सिंग” के समान था।
भाजपा ने लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक टीजे उदेश के समक्ष पूछताछ के लिए पेश हुए सिद्धरमैया को मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने की चुनौती दी।
इस मामले में आरोप है कि मैसुरु के एक सभ्रांत इलाके में सिद्धरमैय की पत्नी पार्वती को ऐसे भूखंड आवंटित किए गए थे, जिनका मूल्य उस भूमि की तुलना में अधिक था, जिसे एमयूडीए ने उनसे‘अधिग्रहित’ किया था।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने यहां संवाददाताओं से कहा, “मुख्यमंत्री आज लोकायुक्त पुलिस के सामने पेश हुए। हम सभी जानते हैं कि लोकायुक्त कुछ नहीं कर सकता। यह सब उनके (सिद्धरमैया) द्वारा केवल यह दिखाने के लिए किया गया है कि वह पाक-साफ हैं। उन्हें यह शोभा नहीं देता।”
उन्होंने कहा कि अगर सिद्धरमैया वाकई ईमानदार हैं, तो उन्हें यह मामला सीबीआई को सौंप देना चाहिए।
येदियुरप्पा ने कहा, “मैं मांग करता हूं कि अगर सच्चाई सामने लानी है, तो आप इसकी जिम्मेदारी सीबीआई को सौंप दें। पूरी दुनिया जानती है कि आप भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं।”
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व भाजपा सदस्य आर अशोक ने पूछताछ को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह पूछताछ ‘मैच फिक्सिंग’ के समान थी।
उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में कहा गया कि वह पूर्वाह्न 10 बजे पूछताछ के लिए लोकायुक्त कार्यालय में प्रवेश करेंगे और दोपहर 12 बजे चन्नपटना के लिए रवाना होंगे। वह पूछताछ के लिए समय कैसे तय कर सकते हैं? क्या यह ‘मैच फिक्सिंग’ है? उन्हें कैसे पता चला कि किस समय जांच अधिकारी अपनी पूछताछ पूरी करेगा? यह कैसी जांच हो रही है?”
भाषा जोहेब पारुल
पारुल