नई दिल्ली। AIMIM पार्टी के मुखिया और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि दफनाए जाने के दौरान किसी भी कीमत पर पांच से ज्यादा लोग नहीं होने चाहिए। उन्होने कहा कि किसी को खोना हमारे लिए बेहद मुश्किल होता है लेकिन ये भी याद रखना है कि आप अपने आसपास के लोगों के लिए भी बड़ी जिम्मेदारी रखते हैं। उन्हें जोखिम में न डालें।’
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इसके अलावा भी उन्होने कोरोना संक्रमित मरीजों के अंतिम संस्कार या दफनाने को लेकर बनाए गए दिशा-निर्देशों को लेकर तेलंगाना सरकार का शुक्रिया अदा किया है। साथ ही उन्होंने देशभर के मुस्लिमों के सामने ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ को लेकर भी अपनी बात रखी।
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ओवैसी ने तेलंगाना सरकार का शुक्रिया अदा करते हुए लिखा, ‘इन प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान देने के लिए राज्य सरकार का शुक्रिया अदा करता हूं, यह सुनिश्चित करना सभी मुसलमानों पर निर्भर करता है कि नमाज-ए-जनाजा का मतलब भीड़ नहीं है, आदर्श रूप से 2 लोगों को ततफीन में भाग लेना चाहिए और कब्रिस्तान में ही नमाज-ए-जनाजा किया जाना चाहिए।’
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असदुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन को शेयर करते हुए लिखा, ‘तेलंगाना में कोरोना संक्रमित मृतकों के अंतिम संस्कार और दफनाने के लिए यह दिशा-निर्देश हैं। महत्वपूर्ण सुझावों के लिए मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी, मुफ्ती खलील अहमद, हामिद मोहम्मद खान, मौलाना हाफिज पीर शब्बीर और मुफ्ती घियास का शुक्रिया अदा करता हूं।’
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Also thankful to @TelanganaCMO & Govt of Telangana for taking onboard these necessary inputs.
It is incumbent on all Muslims to ensure that namaz-e-janazah is not a crowded affair. Ideally 2 people should participate in the tatfeen & offer namaz-e-janazah at graveyard itself
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 2, 2020