राजस्‍थान में खेल संस्कृति को बढावा देने के लिये तीन विश्वविद्यालयों और आईएमटी गाजियाबाद के बीच करार

राजस्‍थान में खेल संस्कृति को बढावा देने के लिये तीन विश्वविद्यालयों और आईएमटी गाजियाबाद के बीच करार

राजस्‍थान में खेल संस्कृति को बढावा देने के लिये तीन विश्वविद्यालयों और आईएमटी गाजियाबाद के बीच करार
Modified Date: November 29, 2022 / 08:16 pm IST
Published Date: September 6, 2022 5:19 pm IST

जयपुर, छह सितम्बर (भाषा) राजस्थान में खेल संस्कृति के विकास के संबंध में राज्य के तीन विश्वविद्यालयों और आईएमटी गाजियाबाद के बीच एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं जिसके तहत स्थानीय और पारम्परिक खेलों को पुनर्जीवित करने के साथ ही उच्च शिक्षण संस्थाओं में खेल संस्कृति को बढ़ावा द‍िया जाएगा।

राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र की उपस्थिति में मंगलवार को राजभवन में आई.एम.टी. गाजियाबाद एवं मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तथा गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के मध्य खेल संस्कृति के विकास के संबंध में एमओयू पर हस्ताक्षर हुए।

यहां जारी बयान के अनुसार इस अवसर पर मिश्र ने उम्मीद जताई कि एमओयू से आई.एम.टी. गाजियाबाद के स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर की मदद से हमारे विश्वविद्यालयों द्वारा राजस्थान में स्थानीय और पारंपरिक खेलों को पुनर्जीवित करने तथा खेलों के विकास का बेहतर वातावरण बन सकेगा।

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उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों का खेलों से जुड़ाव जन जागरुकता के माध्यम से ही हो सकता है। उन्होंने कहा कि आईएमटी गाजियाबाद और हमारे विश्वविद्यालयों का इस सबंध में संयुक्त प्रयास लोगों में खेल के प्रति जागरुकता पैदा कर उन्हें पारम्परिक खेलों के साथ आधुनिक खेलों से जोड़कर राजस्थान को खेलों में अग्रणी कर सकेगा।

आईएमटी. गाजियाबाद के स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर के प्रमुख डॉ कनिष्क पाण्डेय ने बताया कि एमओयू के तहत उदयपुर, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमन्द, सिरोही, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिलों में पारम्परिक खेलों के विकास के साथ ही यहां पर खेलों से जुड़ी अन्य़ संभावनाओं पर कार्य करते हुए स्थानीय खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने का कार्य किया जा सकेगा।

भाषा कुंज पृथ्वी

रंजन

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