नई दिल्ली। RSS leader’s big claim on gay sex : इन दिनों समलैंगिक संबंध को लेकर हर कोई अपने-अपने विचार सामने रखा रहा है। हाल ही में आरएसएस नेता सीके साजी नारायणन ने ‘समलैंगिक संबंध’ को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। RSS नेता सीके साजी नारायणन ने अपने आर्टिकल में कहा कि रामायण में समलैंगिकता का उल्लेख एक प्रथा के रूप में किया गया है, जिसे हनुमान ने लंका में देखा था। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि धर्मशास्त्र और अर्थशास्त्र में समलैंगिकता को दंडित किया गया है।
दरअसल, कुछ महीने पहले RSS प्रमुख मोहन भागवत ने शास्त्रों का हवाला देते हुए समलैंगिकता को भारतीय संस्कृति का हिस्सा बताया था। जिसके बाद अब संघ के ही एक वरिष्ठ नेता ने समलैंगिक संबंधों को राक्षसों से जोड़ते हुए इसे अप्राकृतिक बताया है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार RSS नेता सीके साजी नारायणन का कहना है कि समलैंगिक संबंध भारतीय शास्त्रों में अपराध हैं और यह राक्षसों की प्रथा है। इसके अलावा उन्होंने समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से बाहर करने वाले ऐतिहासिक 2018 के फैसले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों की भी आरएसएस नेता ने आलोचना की है। उन्होंने समलैंगिकता को अप्राकृतिक बताया है।
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RSS leader’s big claim on gay sex : RSS से संबंधित मैगजीन द ऑर्गेनाइजर में छपे एक लेख में संघ की श्रमिक शाखा, भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के पूर्व अध्यक्ष सीके साजी नारायणन ने दावा किया कि, “…समलैंगिकता का उल्लेख रामायण में राक्षस महिलाओं के बीच एक प्रथा के रूप में किया गया था, जिसे हनुमान ने लंका में देखा था। धर्मशास्त्र और अर्थशास्त्र समलैंगिकता को दंडित करते हैं।” आर्टिकल में कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले से चेतावनी दी कि समान समलैंगिक की इच्छा को शांत ना करें।