What is Monkeypox Virus? Symptoms of Monkeypox Virus

Symptoms of Monkeypox Virus : दुनियाभर में फैल रहा मंकीपॉक्स वायरस, जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय

What is Monkeypox Virus?: मध्य और पूर्वी अफ्रीका से शुरू हुआ यह संक्रमण अब भारत के करीब तक पहुंच गया है | Symptoms of Monkeypox Virus

Edited By :   Modified Date:  August 18, 2024 / 04:23 PM IST, Published Date : August 18, 2024/4:23 pm IST

नई दिल्ली। Symptoms of Monkeypox Virus : मंकीपॉक्स की गंभीरता को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसको लेकर आपातकाल का ऐलान कर दिया है। पूरी दुनिया में इस वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। मध्य और पूर्वी अफ्रीका से शुरू हुआ यह संक्रमण अब भारत के करीब तक पहुंच गया है। पाकिस्तान में मंकी पॉक्स के तीन मामले पाए गए हैं। जानकारी के मुताबिक पहला मामला सऊदी अरब से वापस आए एक शख्स में पाया गया है। 34 साल का शख्स 3 अगस्त को सऊदी अरब से पाकिस्तान लौटा था। खैबर मेडिकल यूनिवर्सिटी में उसकी जांच करवाई गई थी। 13 अगस्त को रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

read more : Kajari Teej Vrat Date 2024 : कब रखा जाएगा कजरी तीज का व्रत? यहां देखें शुभ मुहूर्त और पूजन की विधि 

क्या है मंकीपॉक्स वायरस?

Symptoms of Monkeypox Virus : मंकीपॉक्स मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है। यह पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था। मंकीपॉक्स से संक्रमण का पहला मामला 1970 में दर्ज किया गया था। यह रोग मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में होता है और कभी-कभी अन्य क्षेत्रों में पहुंच जाता है।

 

मंकीपॉक्स के लक्षण

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, मंकीपॉक्स आमतौर पर बुखार, दाने और गांठ के जरिये उभरता है और इससे कई प्रकार की चिकित्सा जटिलताएं पैदा हो सकती हैं। रोग के लक्षण आमतौर पर दो से चार सप्ताह तक दिखते हैं, जो अपने आप दूर होते चले जाते हैं। मामले गंभीर भी हो सकते हैं। हाल के समय में, मृत्यु दर का अनुपात लगभग 3-6 प्रतिशत रहा है, लेकिन यह 10 प्रतिशत तक हो सकता है। संक्रमण के वर्तमान प्रसार के दौरान मौत का कोई मामला सामने नहीं आया है।

 

कैसे फैसता है मंकीपॉक्स वायरस?

मंकीपॉक्स किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के निकट संपर्क के माध्यम से या वायरस से दूषित सामग्री के माध्यम से मनुष्यों में फैलता है। ऐसा माना जाता है कि यह चूहों, चूहियों और गिलहरियों जैसे जानवरों से फैलता है। यह रोग घावों, शरीर के तरल पदार्थ, श्वसन बूंदों और दूषित सामग्री जैसे बिस्तर के माध्यम से फैलता है। यह वायरस चेचक की तुलना में कम संक्रामक है और कम गंभीर बीमारी का कारण बनता है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इनमें से कुछ संक्रमण यौन संपर्क के माध्यम से संचरित हो सकते हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वह समलैंगिक या उभयलिंगी लोगों से संबंधित कई मामलों की भी जांच कर रहा है।

 

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए हमारे फेसबुक फेज को भी फॉलो करें

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp