नयी दिल्ली, 14 दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोकसभा में भाषण के बाद भाजपा सांसदों ने शनिवार को कहा कि मोदी ने तथ्य प्रस्तुत कर कांग्रेस को ‘‘बेनकाब’’ कर दिया है कि किस तरह पार्टी ने सत्ता के लिए संविधान की धज्जियां उड़ाईं और उसकी आत्मा को चोट पहुंचाई।
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ‘‘खून चखने’’ के बाद संविधान को बार-बार ‘‘लहूलुहान’’ किया जबकि 2014 में सत्ता संभालने के बाद से उनकी सरकार की नीतियों और फैसलों का उद्देश्य संविधान की दृष्टि के अनुरूप भारत की ताकत एवं एकता को बढ़ावा देना है।
उन्होंने भारतीय संविधान की 75 साल की यात्रा को ‘असाधारण’ करार दिया और विपक्ष, खासकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस दौरान 55 साल ‘एक ही परिवार’ ने राज किया, जिसने देश का संविधान छिन्न-भिन्न करते हुए आपातकाल लगाया, अदालत के ‘पंख’ काट दिए और संसद का ‘गला घोंटने’ तक का काम किया।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मोदी ने अपने संबोधन में मुख्य रूप से संविधान की पवित्रता और महत्व के साथ-साथ इसके मूल तत्वों पर बात की।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री ने देश की जनता के सामने ‘‘तथ्य’’ भी पेश किए कि कैसे संविधान की रक्षक होने का दावा करने वाली कांग्रेस ने सत्ता के लिए संविधान की धज्जियां उड़ाईं और इसकी आत्मा को चोट पहुंचाई।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने कांग्रेस को ‘‘पूरी तरह बेनकाब’’ कर दिया है।
संसद परिसर में उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने जो कहा, उससे देश को सीख लेनी चाहिए।’’
भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के सामने ‘‘सच्चाई’’ पेश की है कि कांग्रेस ने न तो संविधान के प्रति और न ही संविधान निर्माता बी.आर. आंबेडकर के प्रति कभी कोई सम्मान दिखाया।
भाषा शफीक नेत्रपाल
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